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'कोचिंग सेंटर अपनी गलती स्वीकारें', ओल्ड राजेंद्र नगर घटना पर बोले सुपर-30 के आनंद कुमार

राजेंद्र नगर घटना पर सुपर-30 के संचालक आनंद कुमार ने कहा कि ऐसी घटना पर सरकार को तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए और जिम्मेदार व्यक्ति को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए। कोचिंग सेंटरों का हर महीने निरीक्षण होना चाहिए। मैं कोचिंग संस्थानों को सलाह देना चाहता हूं कि वे अपनी गलती स्वीकार करें और अपने संस्थानों की स्थिति सुधारने की व्यवस्था करें।

By Jagran News Edited By: Sonu Suman Updated: Thu, 01 Aug 2024 06:47 PM (IST)
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ओल्ड राजेंद्र नगर घटना पर सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार की आई प्रतिक्रिया।

एएनआई, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में तीन यूपीएससी अभ्यर्थी की मौत मामले में सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने एएनआई से बातचीत में कहा कि कोचिंग सेंटर को अपनी गलती स्वीकारनी चाहिए और अपने संस्थानों की स्थिति में सुधार लाने की व्यवस्था करनी चाहिए।

कोचिंग की बढ़ती फीस के मामले पर उन्होंने कहा कि कोचिंग फीस पर भी नियंत्रण होना चाहिए। सरकार को एक कोचिंग एक्ट बनाना चाहिए। कुछ पुराने कोचिंग एक्ट हैं जिन्हें लागू करना चाहिए।

कोचिंग सेंटरों का हर महीने निरीक्षण हो: आनंद कुमार

राजेंद्र नगर घटना पर आनंद कुमार ने कहा कि ऐसी घटना पर सरकार को तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए और जिम्मेदार व्यक्ति को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए। कोचिंग सेंटरों का हर महीने निरीक्षण होना चाहिए। मैं कोचिंग संस्थानों को सलाह देना चाहता हूं कि वे अपनी गलती स्वीकार करें और अपने संस्थानों की स्थिति सुधारने की व्यवस्था करें।"

15 वर्षों में 90 प्रतिशत कोचिंग होगी खत्म: आनंद कुमार

आनंद कुमार ने कहा, "अपने अनुभव से मैं कह सकता हूं कि अगले 10-15 वर्षों में 90% कोचिंग समाप्त हो जाएगी। ऑनलाइन अध्ययन में किए गए प्रयोगों की संख्या अब तक केवल 1% है। ऑनलाइन कक्षाओं के लिए 99% काम अभी भी पूरा नहीं हुआ है। यदि शिक्षकों की एक समर्पित टीम एक ऑनलाइन कक्षा विकसित करती है, तो छात्रों को ऑफलाइन कक्षाओं की आवश्यकता नहीं होगी। मैं सरकार से एक टीम बनाने और ऑनलाइन यूपीएससी के लिए कोचिंग शुरू करने की अपील करता हूं।"

मृतक के परिजनों को एक करोड़ रुपये का हो भुगतान: आनंद कुमार

आनंद कुमार ने कहा, "यह जरूरी है कि छात्रों की मांगें पूरी की जाएं। जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। जिन छात्रों ने अपनी जान गंवाई है, उनके परिजनों को कोचिंग संस्थानों को मुआवजे के रूप में 1 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान करना चाहिए। राज्य सरकार, केंद्र सरकार, आसपास के कोचिंग संस्थानों को मिलकर मृतकों के परिवारों को अधिकतम मुआवजा देना चाहिए।"

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