उपराष्ट्रपति धनखड़ की मिमिक्री करने के मामले में दिल्ली के थाने में दर्ज हुई शिकायत, पुलिस ने शुरू की जांच
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री करने के मामले में डिफेंस कॉलोनी थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत दी गई है अभी उसके आधार पर विभिन्न तथ्यों पर छानबीन की जा रही है। दक्षिणी दिल्ली पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने बताया कि कुछ वकीलों की तरफ से शिकायत दी गई है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री करने के मामले में डिफेंस कॉलोनी थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत दी गई है, अभी उसके आधार पर विभिन्न तथ्यों पर छानबीन की जा रही है।
दक्षिणी दिल्ली पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने बताया कि कुछ वकीलों की तरफ से शिकायत दी गई है। उन्हें बताया गया कि मामला नई दिल्ली जिले का है। शिकायत प्राप्त कर नई दिल्ली जिला पुलिस को भेज दी गई है।
सासंदों की उड़ाया मजाक
लोकसभा की सुरक्षा में हुई चूक के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में घमासान जारी है। लोकसभा और राज्यसभा में हंगामे के चलते सोमवार को 78 और सांसदों को निलंबित कर दिया गया। निलंबित होने वाले सांसदों में लोकसभा के 33 और राज्यसभा के 45 सांसद थे। निलंबित सांसद संसद परिसर में ही प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन के दौरान टीएमसी के सांसद कल्याण बनर्जी ने राज्यसभा के सभापति और उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का मजाक उड़ाया। कल्याण बनर्जी धनखड़ की मिमिक्री कर रहे थे, जबकि वहीं खड़े कांग्रेस नेता राहुल गांधी हंसते हुए वीडियो बना रहे थे। अपना मजाक उड़ाए जाने पर जगदीप धनखड़ ने सख्त टिप्पणी की है।
सभापति धनखड़ ने किसान और जाट का बताया अपमान
विपक्षी सदस्यों के इस आचरण का सभापति ने न केवल संज्ञान लिया, बल्कि बेहद कड़े शब्दों में अपनी नाराजगी भी जाहिर की। दिन के दूसरे स्थगन के बाद जब सभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे शुरू हुई तो धनखड़ ने कहा कि मैंने सदन स्थगित कर दिया है, लेकिन लोगों के मन में इसकी किस तरह प्रतिक्रिया है, इसका आप लोगों (विपक्षी सदस्यों को) को अंदाजा भी नहीं है। यह सबसे निचला स्तर है।
बता दें कि करीब पचास सेकेंड तक कल्याण बनर्जी विपक्षी सदस्यों के ठहाकों के बीच धनखड़ का मजाक उड़ाते रहे और जब यह सब हो रहा था तो उस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी न केवल वीडियो बना रहे थे, बल्कि संसद जैसे माहौल में एक सदस्य के रूप में प्वाइंट ऑफ ऑर्डर का उल्लेख कर बनर्जी को यह अवसर प्रदान कर रहे थे कि वह धनखड़ की नकल उतारने का क्रम जारी रखें।