Delhi Politics: केजरीवाल को विधानसभा चुनाव में झटका देने की तैयारी में कांग्रेस, इन 26 सीटों पर कर सकती है 'खेला'
कांग्रेस ने संगठन की मजबूती के लिए पार्टी ने हाल ही में कई अहम निर्णय लिए हैं। सभी 280 ब्लॉकों व 14 जिलों में अब मासिक बैठक अनिवार्य होगी। ब्लॉक में यह माह की दो तारीख जबकि जिले में पांच तारीख को की जाएगी। इससे दोनों स्तरों पर कार्यकर्ता एवं नेता सक्रिय भी रहेंगे। यह तैयारी आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर किए जा रहे हैं।
संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। लोकसभा में 'आप' के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाली प्रदेश कांग्रेस अब विधानसभा चुनाव के लिए अपने दम पर तैयारी कर रही है। इसके तहत संगठन की मजबूती के साथ साथ एक तिहाई सीटों पर खास फाेकस और आम आदमी के प्रति आक्रामकता की रणनीति पर भी काम हो रहा है।
दिल्ली में 70 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से 25-26 ऐसी हैं जहां मुस्लिम, निम्न मध्यमवर्गीय और अनुसूचित जाति एवं जनजाति मतदाता बहुलता में है। लोकसभा चुनाव में भी इन सीटों पर पार्टी को अच्छा वोट मिला है। इन सीटों में मंगोलपुरी, सुल्तानपुरी, बाबरपुर, सीमापुरी, सीलमपुर, मुस्तफाबाद, गोकलपुर, चांदनी चौक, मटिया महल और बल्लीमारान प्रमुख है।
कांग्रेस समय से पहले कर सकती है उम्मीदवारों की घोषणा
पार्टी यहां भी समय से काफी पूर्व भी उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है ताकि उन्हें क्षेत्र में जनसंपर्क के लिए पर्याप्त समय मिल सके। यहां पर पार्टी की कुछ न कुछ गतिविधियां भी चलती रहेंगी। वैसे पार्टी अन्य सीटों के लिए भी अपनी रणनीति तैयार कर रही है।पार्टी ने हाल ही में तीन अहम निर्णय लिए
दूसरी तरफ संगठन की मजबूती के लिए पार्टी ने हाल ही में तीन अहम निर्णय लिए हैं। पहला, सभी 280 ब्लॉकों व 14 जिलों में अब मासिक बैठक अनिवार्य होगी। ब्लॉक में यह माह की दो तारीख जबकि जिले में पांच तारीख को की जाएगी। इससे दोनों स्तरों पर कार्यकर्ता एवं नेता सक्रिय भी रहेंगे। इसके अलावा हर जिले में तीन तीन नेताओं को पर्यवेक्षक की भूमिका में उतारा गया है। इनमें एक युवा, एक थोड़ा वरिष्ठ और एक काफी वरिष्ठ नेता को लगाया गया है ताकि युवा जोश, अनुभव और मार्गदर्शन सभी का समावेश रहे।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।कांग्रेस का आप और बीजेपी दोनों से मुकाबला
प्रदेश कांग्रेस के नेता जानते हैं कि उनका मुकाबला आप और भाजपा दोनों से है। लेकिन भाजपा का जहां अपना कैडर वोट है वहीं आप का सारा वोट बैंक कांग्रेस वाला ही है। इसलिए कांग्रेस की रणनीति आप के प्रति खासतौर पर आक्रामक रहेगी। वह एक ओर आप सरकार की विफलता उजागर करेगी वहीं शीला दीक्षित सरकार के 15 साल लंबे कार्यकाल की उपलब्धियां भी जनता को याद दिलाएगी।कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है। अनेक रणनीतियों के साथ संगठन की मजबूती पर भी शिद्दत से काम किया जा रहा है। हमें उम्मीद ही नहीं बल्कि पुरा विश्वास है कि इस बार कांग्रेस का प्रदर्शन काफी बेहतर रहेगा। - देवेंद्र यादव, अध्यक्ष, दिल्ली कांग्रेस