Coronavirus: जिसके सपने भी न आए, वो हालात देख रही दिल्ली, अंतिम संस्कार के लिए बनाने पड़ रहे नए प्लेटफार्म
120 से 140 की जा रही प्लेटफार्म की संख्या। कोरोना संक्रमण के बीच मौत के भी मामले बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना से होने वाली प्रतिदिन मौत का आंकड़ा 167 तक जा पहुंचा है। बढ़ते मौत के मामलों से श्मशान घाटों व शवदाहगृहों पर दबाव बढ़ गया है।
By Vinay Kumar TiwariEdited By: Updated: Sun, 18 Apr 2021 08:06 PM (IST)
नई दिल्ली, 9निहाल सिंह]। राजधानी में बेकाबू होते कोरोना संक्रमण के बीच मौत के भी मामले बढ़ते जा रहे हैं। कोरोना से होने वाली प्रतिदिन मौत का आंकड़ा 167 तक जा पहुंचा है। बढ़ते मौत के मामलों से श्मशान घाटों व शवदाहगृहों पर दवाब बढ़ गया है। दिल्ली में प्रतिदिन 200 तक अंतिम संस्कार केवल कोरोना से मृतकों के हो रहे हैं जबकि सामान्य तौर पर भी करीब 100 अंतिम संस्कार हो रहे हैं। मौत के बढ़ते मामलों से लोगों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए निगम बोध घाट में 20 नए प्लेटफार्म बनाने का कार्य शुरू हो गया है। इससे यहां पर कुल 140 प्लेटफार्म हो जाएंगे। इससे मौत के मामले बढ़ने पर लोगों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
निगम बोध संचालन समिति के अध्यक्ष सुमन गुप्ता ने बताया कि शुरूआत में हमने 20 प्लेटफार्म आरक्षित किए थे, लेकिन जिस तेजी से लोगों की कोरोना से मौत हो रही उससे कोरोना के मृतकों के अंतिम संस्कार की संख्या भी बढ़ रही है। इसको देखते हुए अभी 120 में 55 प्लेटफार्म कोरोना से मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए आरक्षित किए गए हैं। चूंकि यह संख्या और आगे बढ़ सकती है इसलिए 20 नए प्लेटफार्म बनाए जा रहे हैं। ताकि अंतिम संस्कारों की संख्या बढ़े तो लोगों को कोई दिक्कत न हो। उन्होंने बताया कि अस्पतालों से समन्वय के जरिए कोरोना से मृतकों के शव अंतिम संस्कार के लिए आ रहे हैं। जिनका तय स्थान पर अंतिम संस्कार किया जा रहा है।
अगले दिन ही उठानी होगी अस्थियां
कोरोना से मृतकों के अंतिम संस्कार की संख्या बढ़ते देख अब लोगों को अगले दिन ही अस्थियां उठानी होगी। निगम बोध संचालन समिति ने अंतिम संस्कार की बढ़ती संख्या को देखते हुए अनिवार्य कर दिया है। इसको लेकर श्मशान घाट पर बोर्ड भी लगाया गया है। संचालन समिति का कहना है कि पहले सामान्य लोगों के अंतिम संस्कार में दो से तीन दिन का समय दे दिया जाता था। लेकिन चूंकि कोरोना का समय है इसलिए बढ़ते दवाब को देखते हुए 24 घंटे के भीतर लोगों को अस्थियां उठानी होगी। समिति ने बताया कि अस्थियां उठा लें अगर विसर्जित करने का समय आगे बढ़ाना है तो अस्थियों को रखने की सुविधा निश्शुल्क उपलब्ध है।
अप्रैल माह में निगम बोध में अंतिम संस्कार
दिनांक- लकड़ी- सीएनजी- योग1-0-0-02-0-2-23-1-5-64-1-2-35-0-3-36-1-2-37-1-5-68-2-7-99-3-8-1110-5-8-1311-13-11-2412-12-10-2213-24-12-3614-22-15-3715-29-20-4916-26-17-4317-29-26-55कुल-169-153-322अप्रैल माह में मौत के आंकड़े
दिनांक- मौत1-92-143-104-215-156-177-208-249-3910-3911-4812-7213-8114-10415-11216-14117-167कुल-933
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