Coronavirus Safety Tips: कोविड-19 वैक्सीन आने के बाद भी मास्क लगाना होगा जरूरी
Coronavirus Safety Tips पर्याप्त सुरक्षा के लिए कुछ कोविड वैक्सीन के सहायक और बूस्टर शॉट्स की भी आवश्यकता होती है। इस स्थिति में जब हम नहीं जानते कि कौन संक्रामक है और कौन नहीं है तो मास्क के उपयोग और अन्य सुरक्षा उपायों द्वारा हमें सुरक्षित होने में मदद मिलेगी।
By Sanjay PokhriyalEdited By: Updated: Sat, 12 Dec 2020 09:07 AM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। Coronavirus Safety Tips कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए अरबों लोगों को वैक्सीन लगाया जाना है। कई लोगों का मानना है कि इसके बाद हम कोरोना से पहले की स्थिति में पहुंच सकते हैं, जब सब कुछ ठीक था। इसके उलट विशेषज्ञों का मानना है कि यह कोरोना से लड़ाई का अंत नहीं है और लोगों को भविष्य के लिए सुरक्षा उपाय अपनाने होंगे। जिन लोगों को वैक्सीन लगाई गई है, उन्हें भी मास्क पहनने की आवश्यकता होगी। आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों है?
सिर्फ एक वैक्सीन पर भरोसा ठीक नहीं : कोविड-19 वैक्सीन हमारी कई समस्याओं को सुलझा सकती है और संक्रमण को रोक सकती है। हालांकि कई अनसुलझे सवाल हमारे सामने हैं। एक वैक्सीन हमारे शरीर को एंटीबॉडी विकसित करना और विषाणुजनित स्ट्रेन को पहचानना सिखाती है, लेकिन वायरस को पूरी तरह से समाप्त नहीं करती। यह वास्तव में कितनी प्रतिरक्षा प्रदान करेगी या प्रसार के जोखिम में कटौती करेगी, ऐसे सवाल अभी भी पूछे जा रहे हैं।
दूसरी ओर, कोविड-19 वैक्सीन की प्रभावशीलता पर अभी भी विचार किया जाना है। भले ही निकट भविष्य में और कई वैक्सीन आनी हो। हमें अभी तक इस बारे में जानकारी नहीं है कि कौन सी वैक्सीन कितनी प्रभावी होगी और सबसे अधिक सुरक्षा प्रदान करेगी। साथ ही क्लीनिकल ट्रायल और वास्तविक दुनिया में वैक्सीन के प्रभाव की सीमा में अंतर होता है। इसलिए वैक्सीन वैसे सटीक परिणाम नहीं दिखा सकती जैसा क्लीनिकल ट्रायल्स में होता है। इसलिए यह निष्कर्ष निकालना गलत होगा कि वैक्सीन कोविड-19 महामारी को पूरी तरह से खत्म कर देगी।
मास्क से कम होगा संक्रमण का जोखिम : रोग से सुरक्षा के लिए मास्क किसी भी अन्य स्वास्थ्य उपाय से बेहतर है। हमारे पास मास्क पहनने के लिए एक कारण मौजूद है, जिसे कई देशों ने अपनाया है। श्वसन रोगों से ग्रसित लोग यदि सही तरीके से मास्क पहने तो संक्रमण के जोखिम को 70 फीसद कम कर सकते हैं। यह तब भी रोग के प्रसार को रोक सकता है, जब कोई संक्रमित व्यक्ति इसे भीड़ में पहनता है। साथ ही अन्य प्रकार के कीटाणुओं और ऐसे संक्रमणों के प्रसार को रोकता है, जो संपर्क के जरिये फैलते हैं।
समूह प्रतिरक्षा हासिल करने में लगेंगे साल : वैक्सीन हाल ही में आई है। लिहाजा समूह प्रतिरक्षा हासिल करने में काफी लंबा वक्त लग सकता है। हमारे सामने आज जनसंख्या और लॉजिस्टिक की चुनौतियां हैं। इनके साथ आबादी के बहुमत को वैक्सीन लगाने में करीब 3 साल का वक्त लग सकता है। जब वैक्सीन की दर इतनी बढ़ेगी, तब ही हम महामारी के अंत के बारे में विचार कर सकेंगे।
हम नहीं जानते कि किसे टीका लगा है या नहीं : हर किसी को वैक्सीन लगाना लगभग असंभव है। जिसका अर्थ है कि अभी भी एक परिस्थिति ऐसी है, जिसमें हम खुद को वायरस के सामने ला सकते हैं। हमें नहीं पता होगा है कि किसे वैक्सीन लगी है या नहीं। यह अगले वर्ष या फिर बड़ी आबादी और जोखिम वाले लोगों को वैक्सीन लगाने तक जारी रहेगा। हर किसी को वैक्सीन नहीं लगाई जा सकती अरबों लोगों को वैक्सीन लगाना आसान काम नहीं है। साथ ही ऐसे लोग भी हैं जिन्हें वैक्सीन नहीं लगाई जा सकती है। यह चिकित्सकीय कारणों और बीमारियों के कारण है। इसका अर्थ है कि वे अभी भी कमजोर हैं और दूसरों को वायरस का प्रसार कर सकते हैं।
पुन: संक्रमण की संभावना : वक्त के साथ वायरस रूप बदलने और विकसित होने के लिए जाने जाते हैं और सार्स-सीओवी-2 भी ऐसा ही है। हालांकि वैज्ञानिक अभी यह तय नहीं कर पाए हैं कि वैक्सीन से कितने लंबे वक्त तक, कितनी सुरक्षा मिलेगी। साथ ही यदि वैक्सीन शॉट्स छूट जाते हैं या उन्हें सही तरीके से नहीं लगाया जाता है तो कोविड-19 के पुन: संक्रमण की आशंका बनी रहती है।
वास्तविक डाटा का इंतजार : अभी तक इसका कोई सुरक्षित जवाब नहीं है। हालांकि यह बहुत हद तक सामुदायिक प्रसार, आपकी संवेदनशीलता, वैक्सीन के प्रभाव, लोगों की जागरूकता और ऐसी ही अन्य बातों पर निर्भर करता है। जब तक हमारे पास कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने या धीमा करने में वैक्सीन के प्रभाव का वास्तविक डाटा नहीं आ जाता है, तब तक मास्क का उपयोग नहीं करना या जोखिम भरे कार्यों में लिप्त होना बुद्धिमानी भरा निर्णय नहीं होगा।Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो
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