Crackers Ban in Delhi: केजरीवाल सरकार पर बरसे कपिल मिश्रा, बीजेपी नेता बोले- 'प्रदूषण रोकिए, दिवाली नहीं...'
दिल्ली सरकार ने सर्दियों से पहले प्रदेश में बढ़ने वाले प्रदूषण पर रोकथाम के लिए सोमवार को बड़ा फैसला लेते हुए राजधानी में पटाखों बनाने बिक्री और भंडारण करने के साथ-साथ इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब बीजेपी के के उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा ने केजरीवाल सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली सरकार एक बार फिर दिवाली पर बैन लगाने की कोशिश की है।
By Jagran NewsEdited By: Nitin YadavUpdated: Tue, 12 Sep 2023 04:09 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली सरकार ने सर्दियों से पहले प्रदेश में बढ़ने वाले प्रदूषण पर रोकथाम के लिए सोमवार को बड़ा फैसला लेते हुए राजधानी में पटाखों बनाने, बिक्री और भंडारण करने के साथ-साथ इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है।
दिल्ली सरकार के इस फैसले के बाद सत्ता और विपक्ष के नेता में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। अब बीजेपी के के उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा ने केजरीवाल सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि दिल्ली सरकार एक बार फिर दिवाली पर बैन लगाने की कोशिश की है। आखिर हर साल पटाखों पर बैन क्यों लगाया जाता है। दिल्ली के व्यापारियों और दिवाली मनाने वाले लोगों को ग्रीन पटाखे से भी वंचित किया है।
ग्रीन पटाखों की SC ने दी है अनुमति: बीजेपी नेता
उन्होंने आगे कहा कि सरकार सुप्रीम कोर्ट के आदेश को दरकिनार कर फैसले ले रही है। दिवाली पर ग्रीन पटाखे पर प्रतिबंध नहीं होना चाहिए, क्योंकि ग्रीन पटाखे का प्रदूषण से कुछ लेना देना नहीं हैं।जबकि दिल्ली सरकार पराल के प्रदूषण को लेकर कोई कदम नहीं उठा रही है, लेकिन दिवाली आते ही ग्रीन पटाखे पर जरूर बैन लग जाता है।यह भी पढ़ें: Delhi Crackers Ban: केजरीवाल सरकार का बड़ा फैसला, दिल्ली में इस साल भी दिवाली पर पटाखे फोड़ने पर बैन
रामवीर सिंह बिधूड़ी ने भी किया विरोध
कपिल मिश्रा के अलावा दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने लगातार तीसरे वर्ष दीपावली पर पटाखे चलाने के प्रतिबंध का विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि जो पटाखे प्रदूषण फैलाते हैं, उनकी बिक्री और भंडारण पर अवश्य रोक लगाई जाए, लेकिन ग्रीन पटाखे चलाने की अनुमति दी जानी चाहिए। दीपावली का त्योहार केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं से जुड़ा देश का महत्वपूर्ण त्योहार है। बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली सरकार हर वर्ष एकतरफा तरीके से पटाखों के उत्पादन, बिक्री, भंडारण और इन्हें चलाने पर रोक लगा देती है।
अब तक कोई ऐसा वैज्ञानिक अध्ययन नहीं हुआ, जिससे यह साबित हो सके कि हर वर्ष दीपावली पर पटाखों से प्रदूषण बढ़ जाता है। प्रदूषण बढ़ाने वाले पटाखों पर प्रतिबंध तो न्यायसंगत माना जा सकता है, लेकिन ग्रीन पटाखे, जो पर्यावरण को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाते, उन पर रोक नहीं लगाई जानी चाहिए। सरकार दीपावली पर कुछ घंटों के दौरान पटाखे चलाने की अनुमति देनी चाहिए।उन्होंने कहा कि एकतरफा रोक के कारण न सिर्फ लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं, बल्कि इससे जुड़ी व्यापारिक गतिविधियां ठप होने से लाखों लोगों को नुकसान होता है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार को प्रदूषण कम करने के लिए अपनी जिम्मेदारी को नहीं भूलना चाहिए।
हर वर्ष दीपावली के आसपास प्रदूषण इसलिए बढ़ जाता है कि सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह नाकाम रहती है। सार्वजनिक यातायात सुलभ न होने से लोग निजी वाहनों का उपयोग करते हैं, जिससे प्रदूषण बढ़ता है।उन्होंने कहा कि आठ वर्ष में केजरीवाल सरकार एक भी बस नहीं खरीद पाई। हाल ही में जो इलेक्ट्रिक बसें आई हैं, वह केंद्र सरकार ने दिल्ली को दी हैं। सड़कों की मरम्मत जी-20 के दौरान केंद्र सरकार ने की है, लेकिन अभी भी सड़कों का बुरा हाल है।
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