दिल्ली में आफताब के घर के बाहर स्थानीय लोगों व मीडियाकर्मियों की भीड़ जुटी, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
Shraddha Murder Case दिल्ली के छतरपुर स्थित आफताब के घर के बाहर अचानक स्थानीय लोगों व मीडियाकर्मियों की भीड़ जुट गई है। स्थानीय व मीडिया कर्मियों को घर के पास जाने से रोकने के लिए अर्धसैनिक बल व दिल्ली पुलिस के जवान तैनात कर दिया गया है।
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। दिल्ली के छतरपुर स्थित आफताब के घर के बाहर अचानक भारी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई है। स्थानीय लोगों के साथ साथ विभिन्न संस्थानों के मीडिया कर्मी भी जुट गए है। स्थानीय लोगों व मीडिया कर्मियों को आफताब के घर के पास जाने से रोकने के लिए भारी संख्या में अर्धसैनिक बल व दिल्ली पुलिस के जवान तैनात कर दिया गया है। वहीं घर के अंदर जांच कर रही दिल्ली पुलिस की टीम बाहर निकल गई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मामले में आरोपित आफताब के घर की जांच करते हुए पुलिस को उसके घर में आरोपित के खिलाफ कई सुबूत मिले हैं। आफताब और श्रद्धा महरौली थाना क्षेत्र स्थित छत्तरपुर के इसी घर में मई में शिफ्ट हुए थे। दोनों ने पति-पत्नी बनकर साथ में कमरा लिया था।
गला घोंटकर आफताब ने ली श्रद्धा की जान
आफताब और श्रद्धा के बीच अक्सर लड़ाई झगड़े होते थे। आफताब को नशे की लत थी, जिसको लेकर श्रद्धा उसे अक्सर टोका करती थी। 18 मई को आफताब की इसी आदत को लेकर दोनों के बीच बहस हुई। आफताब ने उस दिन भी गांजे का नशा किया था। पुलिस सूत्रों की मानें तो बहस के दौरान आफताब ने श्रद्धा का गला इतनी जोर से घोंटा की उसने सांस लेना बंद कर दिया।
शव के 36 टुकड़ों को अलग अलग जगह फेंका
श्रद्धा की मौत के बाद आफताब रात भर उसके शव के पास ही बैठकर गांजे से भरी सिगरेट पीता रहा। फिर उसने गुरुग्राम के एक मार्केट से आरी खरीदी और 20 मई को श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े कर दिए। फिर शव के टुकड़ों को केमिकल से साफ करने के बाद आफताब ने उसे फ्रिज में रख दिया। फिर अगले 18 दिनों तक वह रोज रात दो बजे दिल्ली के अलग अलग ठिकानों में श्रद्धा के शव के टुकड़ों को फेंकता रहा।
किचन में मिले खून के धब्बे
दिल्ली पुलिस को दंगल से कई कंकाल मिले हैं। श्रद्धा के पिता और उसके भाई के ब्लड सैंपल लिए गए हैं, जिसके आधार पर हड्डियों का डीएनए जांच किया जाएगा। इसके अलावा फॉरेंसिक टीम को भी आरोपित आफताब के घर की जांच में किचन में खून के धब्बे मिले हैं जिनके सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है ताकि पता चल सके कि ये धब्बे किसके हैं। इसके आधार पर मामले में कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाएगा।
आफताब के घरवालों को खंगाल रही पुलिस
इधर दिल्ली और मुंबई पुलिस को आफताब के घरवालों का पता ढूंढने में कोई सफलता नहीं मिली है। आफताब के घरवालों का फोन बंद है। मुंबई की मानिकपुर पुलिस ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने रविवार को यूनिक पार्क के सचिव अब्दुल्ला खान का बयान दर्ज किया जिन्होंने बताया कि आफताब के परिवार ने 20 दिन पहले अपना घर खाली कर दिया था और चले गए थे। उनका फोन बंद है। फिलहाल उनका कोई पता नहीं चल सका है।