DU Admissions 2024: अब तक घोषित नहीं हुए सीयूईटी के परिणाम, डीयू के सत्र पर पड़ेगा असर
सीयूईटी के परिणाम अब तक नहीं घोषित किए गए हैं। इसका असर दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया पर पड़ेगा। दरअसल डीयू में स्नातक और स्नातकोत्तर के प्रवेश सीयूईटी के अंकों के आधार पर लिए जाते हैं। डीयू में 68 कॉलेजों की 71 हजार सीटों पर एडमिशन होने हैं। वहीं अब नेट की नई तिथि घोषित की गई है। इससे पीएचडी में प्रवेश भी देरी से होंगे।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) में मची उथलपुथल के बाद सीयूईटी स्नातक के परिणाम अब तक जारी नहीं किए जा सके हैं। पहले 30 जून को परिणाम जारी करने की तिथि दी गई थी, लेकिन समय बीत चुका है और अभी तक आंसर-की भी जारी नहीं की जा सकी है।
इसका सीधा असर दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रवेश प्रक्रिया पर पड़ेगा। इसके देर होने की पूरी संभावना है। इससे डीयू का सत्र भी प्रभावित हो सकता है, जो एक अगस्त से शुरू होना है। दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक और स्नातकोत्तर के प्रवेश सीयूईटी के अंकों के आधार पर होते हैं।
डीयू में 71 हजार सीटों पर होने हैं प्रवेश
स्नातकोत्तर की प्रवेश प्रक्रिया जारी है, पहले दौर के प्रवेश हो चुके हैं। लेकिन, स्नातक की प्रक्रिया का पहला चरण ही जारी है। इसमें छात्र अपनी निजी जानकारियां भरकर सीएसएएस पोर्टल पर पंजीकरण करा रहे हैं। प्रक्रिया का मुख्य चरण शुरू नहीं हो सका है। डीयू में 68 कॉलेजों की 71 हजार सीटों पर प्रवेश किए जाने हैं।डीयू की प्रवेश शाखा के अधिकारी ने कहा, हमारी तैयारी पूरी है। परिणामों के लिए एनटीए पर निर्भर हैं। जैसे परिणाम घोषित होंगे, प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। हालांकि, पहले परिणाम जारी होना चाहिए। सीयूईटी रिजल्ट से पहले एनटीए प्रोविजनल आंसर-की जारी करेगा, छात्र उसे चैलेंज करेंगे, जिसके बाद एनटीए फाइनल आंसर-की जारी करेगी।
डीयू ने एक अगस्त से की है नवीन सत्र की घोषणा
इस पूरी प्रक्रिया में एक हफ्ते का समय लगेगा। सीयूईटी परिणाम आने के बाद छात्रों को कॉलेज व कोर्स की च्वाइस भरनी होगी। इसके आधार पर मेरिट लिस्ट बनाकर पहली सूची जारी की जाएगी। इस प्रक्रिया में लगभग 15 दिन का समय लगेगा। डीयू ने इस साल एक अगस्त से नवीन सत्र शुरू करने की घोषणा की है, लेकिन परिणाम 10 जुलाई तक भी आते हैं, तो एक अगस्त तक कक्षाएं शुरू करना चुनौती से कम नहीं होगा।
डीयू को प्रवेश प्रक्रिया के समय को घटाना होगा, लेकिन इससे प्रवेश प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। अगर अधिक देरी हुई तो छात्र प्राइवेट संस्थानों का रुख कर सकते हैं। डीयू में प्रवेश प्रक्रिया लगभग तीन चरणों में होती है। पहले दो चरण सामान्य होते हैं और एक चरण सुपरन्यूमैरी कोटे की सीटों के लिए होता है। इसमें खेल और पाठ्येत्तर गतिविधियों के प्रवेश होते हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।