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हमें आपके स्वास्थ्य की चिंता हैं, आपका अखबार पूरी तरह सैनिटाइज होकर पहुंच रहा आपके दरवाजे

दैनिक जागरण अखबार सैनिटाइज होकर पाठक तक पहुंच रहा है क्‍योंकि हमें आपके स्वास्थ्य की चिंता है। बेफ्रिक होकर पढ़े दैनिक जागरण।

By Prateek KumarEdited By: Updated: Wed, 25 Mar 2020 05:45 PM (IST)
हमें आपके स्वास्थ्य की चिंता हैं, आपका अखबार पूरी तरह सैनिटाइज होकर पहुंच रहा आपके दरवाजे
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दैनिक जागरण ने हमेशा ही राष्ट्रहित को सवरेपरि माना है। परिस्थितियां कैसी भी रही हों, जागरण सजग प्रहरी के रूप में सक्रिय रहा है। सकारात्मक सोच के साथ जागरण की टीम ने ऐसे समाचार परोसे हैं, जिससे पाठकों को बहुत कुछ हासिल हुआ है। इंडियन मेडिकल एसेासिएशन के पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ.सुरेश अरोड़ा के अनुसार कोरोना से बचाव को आज हर जगह सैनिटाइजेशन की जरूरत पड़ रही है।

अखबार पूरी तरह हो रहा सैनिटाइज

ऐसे में दैनिक जागरण अखबार सैनिटाइज होकर पाठक तक पहुंच रहा है। हमने वो वीडियो भी देखा जिसमें दैनिक जागरण की पिंट्रिंग सुरक्षित तरीके से होती नजर आई और प्रकाशित होने के बाद सुबह कर्मयोगी भी सैनिटाइज होकर पाठकों के घर-द्वार तक अखबार पहुंचा रहे हैं। हमें पूरा विश्वास है कि अखबार सुरक्षित रूप में पाठकों तक पहुंच रहा है। 

जरूरी संदेश

हमें आपके स्वास्थ्य की चिंता है इसलिए आपके प्रिय अखबार को आप तक पहुंचाने के पूर्व कई चरणों में सैनिटाइज किया जा रहा है। इधर, केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस संकट से निपटने में मीडिया की अहम भूमिका को देखते हुए सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा है कि वे प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का निर्बाध संचालन और वितरण सुनिश्चित करें। कोरोना के संकट में सामयिक और तथ्यपरक रिपोर्ट के साथ जनजागरूकता में अखबारों व दूसरे समाचार माध्यमों के अहम रोल को रेखांकित करते हुए केंद्र ने निर्बाध तरीके से इनके ऑपरेशन को जरूरी बताया है।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को जारी हुआ निर्देश

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को भेजे अपने दिशा-निर्देश में कहा है कि समाचार पत्रों, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और समाचार एजेंसियों को समय पर तथ्यपरक सूचनाएं देना इस समय बेहद अहम है। कोरोना वायरस संकट की मौजूदा चुनौती में मीडिया संगठनों का ताजातरीन अपडेट जागरूकता के लिहाज से अहम ही नहीं, बल्कि गलत व फेक न्यूज पर काबू करने के लिए भी आवश्यक है। मंत्रालय के अनुसार ऐसे समय में अच्छी प्रैक्टिस को प्रोत्साहित किया जाना जरूरी है।

दूर हो दिक्‍कतें

राज्य सरकारों से लॉकडाउन या कर्फ्यू की पाबंदियों की वजह से मीडिया संगठनों के संचालन और समाचार पत्रों के वितरण में होने वाली दिक्कतों को भी दूर करने का अनुरोध किया गया है। मंत्रालय ने कहा है कि मीडिया संगठनों की सेवाएं प्रभावित न हों इसका खयाल रखते हुए बिजली आपूर्ति से लेकर अन्य आवश्यक जरूरी सेवाएं मुहैया कराई जानी चाहिए। केबल और डिश टीवी, एफएम रेडियो और सामुदायिक रेडियो सेवाओं को भी इसमें शामिल करने के लिए कहा गया है।

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