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स्वाति मालीवाल ने वेबसाइट्स पर दुष्कर्म के वीडियो को लेकर ट्विटर और दिल्ली पुलिस को जारी किया समन

डीसीडब्ल्यू ने माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट पर चाइल्ड अब्यूज (बच्चों के साथ दुष्कर्म) वीडियो की उपलब्धता को लेकर ट्विटर और दिल्ली पुलिस को समन जारी किया है। समन का जवाब देने के लिए ट्विटर और पुलिस को 26 सितंबर तक का समय दिया है।

By Prateek KumarEdited By: Updated: Tue, 20 Sep 2022 05:54 PM (IST)
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डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने प्रेस वाार्ता में समन की जानकारी दी।
नई दिल्ली, पीटीआई। दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट पर चाइल्ड अब्यूज (बच्चों के साथ दुष्कर्म) वीडियो की उपलब्धता को लेकर ट्विटर और दिल्ली पुलिस को समन जारी किया है। समन का जवाब देने के लिए ट्विटर और दिल्ली पुलिस को 26 सितंबर तक का समय दिया है। हालांकि, ट्विटर की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

दुष्कर्म के वीडियो के बाद मालीवाल ने जारी किया नोटिस 

डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने प्रेस वाार्ता में संवाददाताओं से कहा, "चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की घटना ने मुझे सोचने पर मजबूर कर दिया है, जिसके बाद मैंने अपनी टीम से जांच करने के लिए कहा। हमें ट्विटर पर नाबालिग लड़कियों के वीडियो मिले हैं जिनमें उनके साथ दुष्कर्म होते देखा गया। उन्होंने कहा कि ट्विटर पर चाइल्ड अब्यूज (बच्चों के साथ दुष्कर्म) और स्कूल की छात्राओं के अश्लील वीडियो बेचने का रैकेट चल रहा है। मालीवाल ने कहा कि ट्विटर बच्चों के अश्लील वीडियो बेचने का माध्यम बन गया है। कुछ प्लेटफॉर्म इन वीडियो को 20 रुपये से 30 रुपये में बेच रहे थे।

कई दुष्कर्म की वीडियो ट्विटर पर मौजूद

स्वाति मालीवाल ने कहा कि उन्होंने ट्विटर हेड को समन भेजा है कि इस तरह के वीडियो साइट पर कैसे मौजूद हैं। इसका जवाब वह दिल्ली महिला आयोग के कार्यालय में आकर दें। मालीवाल ने पूछा कि क्या ट्विटर सिर्फ अमेरिका के कानून का ही पालन करता है। उन्होंने पूछा कि इस तरह के वीडियो की जांच के लिए उनके क्या प्रावधान हैं? उन्होंने दिल्ली पुलिस से इस तरह के वीडियो बनाने और अपलोड करने वालों के साथ-साथ पीड़िता और आरोपितों की पहचान कर प्राथमिकी दर्ज करने को कहा है।

जवाब नहीं मिलने पर अरेस्ट वारंट जारी किया जाएगा

स्वाति मालीवाल ने कहा कि उन्होंने 26 सितंबर तक ट्विटर इंडिया पॉलिसी हेड को समन किया है। उन्होंने कहा है कि दिल्ली पुलिस को इस पर पर तुरंत मुकदमा दर्ज करना चाहिए। अगर हमारे समन का जवाब नहीं आया तो हम अरेस्ट वारंट भी जारी कर सकते हैं, इसका अधिकार दिल्ली महिला आयोग के पास है।

चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में हुआ प्रदर्शन

बता दें कि पंजाब के मोहाली में चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के परिसर में शनिवार रात विरोध प्रदर्शन हुए, जिसमें आरोप लगाया गया था कि एक छात्रा द्वारा कई छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड किए गए थे, जिसके बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जांच के आदेश दिए।

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