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DDA Bulldozer: मयूर विहार खादर में चला DDA का बुलडोजर, 200 एकड़ भूमि कराई अतिक्रमण मुक्त

डीडीए ने दिल्ली हाईकोर्ट के अतिक्रमण हटाने के आदेश का हवाला देते हुए मयूर विहार खादर क्षेत्र में रह रहे झुग्गीवासियों को नोटिस जारी कर बुधवार तक झुग्गियां खाली करने और अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था। साथ ही चेतावनी दी थी कि ऐसा नहीं किया तो डीडीए खुद अतिक्रमण हटाएगा। उस नोटिस के अनुसार डीडीए की टीम ने बुलडोजर से झुग्गियों को ध्वस्त किया।

By Ashish Gupta Edited By: Sonu Suman Updated: Thu, 18 Jul 2024 11:06 PM (IST)
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मयूर विहार यमुना खादर में बृहस्पतिवार को डीडीए ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। मयूर विहार यमुना खादर में बृहस्पतिवार को डीडीए ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। करीब 200 एकड़ भूमि अतिक्रमण मुक्त कराई गई। 100 से अधिक झुग्गियों को ध्वस्त किया गया। उनके आगे बने चबूतरे तोड़े गए। नर्सरियों को भी तहस-नहस कर दिया गया। ध्वस्तीकरण के बाद कबाड़ और मलबे को साथ के साथ उठवाकर खादर से बाहर डलवाया गया, ताकि कोई उनका उपयोग कर दोबारा से झुग्गी न बना सके।

तीन दिन पहले डीडीए का नोटिस मिलने पर अधिकतर लोग कार्रवाई शुरू होने से पहले झुग्गियां खाली कर सामान लेकर चले गए थे। लेकिन कुछ लोग कार्रवाई के दौरान ट्रैक्टर, टेंपो और रेहड़ी में सामान ले जाते हुए दिखे। डीडीए ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है। खादर के अलग-अलग हिस्सों में बड़ी संख्या में लेागों ने अतिक्रमण कर रखा है, उसको हटाने के लिए यह कार्रवाई अगले चार दिन जारी रहेगी।

झुग्गियों को हटाने के लिए कई बार कार्रवाई की गई

मयूर विहार खादर क्षेत्र में नेचर पार्क प्रस्तावित है। इस जगह पर बड़ी संख्या में लंबे समय से लोग अवैध रूप से झुग्गी डालकर रह रहे थे। यहीं पर वह सब्जियों की खेती करते थे। कुछ लोग पौधों की नर्सरी चला रहे थे। इन झुग्गियों को हटाने के लिए कई बार कार्रवाई की गई। लेकिन बार-बार लोग दोबारा आकर बस जाते थे। कार्रवाई के खिलाफ कई लोग व संगठन दिल्ली हाईकोर्ट ले गए थे। वहां से इनको कोई राहत नहीं मिली।

बीते सोमवार को डीडीए ने दिल्ली हाईकोर्ट के अतिक्रमण हटाने के आदेश का हवाला देते हुए मयूर विहार खादर क्षेत्र में रह रहे झुग्गीवासियों को नोटिस जारी कर बुधवार तक झुग्गियां खाली करने और अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था। साथ ही चेतावनी दी थी कि ऐसा नहीं किया तो डीडीए खुद अतिक्रमण हटाएगा। उस नोटिस के अनुसार डीडीए की टीम ने पुलिस बल के सहयोग से बृहस्पतिवार को खादर में कार्रवाई करते हुए बुलडोजर से झुग्गियों को ध्वस्त किया। इस दौरान किसी तरह का कोई विरोध नहीं हुआ।

दबंगों पर कानूनी कार्रवाई की मांग

खादर में दबंग सक्रिय थे। ये मजदूरी की तलाश में ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोगों को खादर में बसाते थे। एक झुग्गी का तीन से चार हजार रुपये महीना किराया लेते थे। पौधों की नर्सरी के लिए 50 हजार रुपये वार्षिक किराये पर भूमि दी जाती थी। इसी तरह खेती के लिए प्रति बीघा दर से किराया वसूलते थे। इस खादर क्षेत्र में बरेली, बदायं, मुजफ्फरपुर, दरभंगा समेत कई इलाकों के लोग बसे हुए थे। अतिक्रमण की कार्रवाई से इन दंबंगों को भी चोट पहुंचेगी। झुग्गी खाली करके जा रहे लोगों का कहना है कि इन दबंगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी होनी चाहिए, जो सरकारी जमीन को किराये पर देकर गैर कानूनी तरह से कमाई कर रहे थे।

कुछ आश्रय स्थल पहुंचे, कई ने किराये पर लिया कमरा

झुग्गी खाली करके जा रहे सुरेंद्र ने बताया कि वह बदायूं से हैं। पांच वर्षों से किराया देकर खादर में रह रहे थे। इन्होंने डीडीए का नोटिस मिलने पर न्यू अशोक नगर में कमरा किराये पर ले लिया था, वह वहीं अपना सामान ले गए हैं। वहीं कुछ लोगों ने बताया कि उनके पास बाहर किराये पर कमरा लेते के लिए पैसे नहीं हैं, इसलिए आश्रय स्थल में रहने जा रहे हैं। बता दें कि डीडीए ने नोटिस में तीन आश्रय स्थलों की जानकारी लोगों को दी थी।

हो रही भिंडी, तोरई और बैंगन की खेती

यहां पर लोग सब्जी की ही खेती कर रहे थे। इस वक्त खादर में सबसे ज्यादा खेती भिंडी की हो रही है। कुछ खेतों में बैंगन और तोरई की खेती की जा रही है। बृहस्पतिवार को कार्रवाई करने गई डीडीए की टीम ने खेतों में खड़ी फसल को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया।

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