मां-बेटे की मौत का मामला: DDA ने रखा अपना पक्ष, प्ले स्कूल में करवाया था प्रियांशु का दाखिला; आज था पहला दिन
Delhi Barish Update राजधानी दिल्ली में नाले में डूबने से हुई मां-बेटे की मौत के मामले में डीडीए ने अपना पक्ष रखा है। कहा गया कि हाल ही में DDA के अधिकार क्षेत्र में सफाई का काम पूरा हुआ और इस हिस्से को आरसीसी स्लैब से ढक दिया गया था। वहीं प्रियांशु का आज स्कूल में पहला था। उसका प्ले स्कूल में दाखिया करवाया था।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गाजीपुर में बुधवार देर शाम खोड़ा कॉलोनी निवासी तनुजा बिष्ट व इनके तीन वर्ष के बेटे प्रियांशु की तेज वर्षा में नाले में डूबकर मौत हो गई। दोनों का पोस्टमार्टम एलबीएस अस्पताल में हो रहा है। प्रियांशु का दाखिला प्ले स्कूल में करवाया था। आज बच्चे का स्कूल में पहला दिन था।
नगर निगम को सौंप दिया था ये हिस्सा
खोड़ा कॉलोनी की तरफ से नाले की कुल लंबाई 1350 मीटर है। इसमें से 1000 मीटर नाले के साथ-साथ सड़क को काफी समय पहले दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) को सौंप दिया गया था। ट्रक पार्किंग प्लॉट (बस टर्मिनल) से पीडब्ल्यूडी रोड तक फैले नाले का बाकी 350 मीटर हिस्सा दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के अधिकार क्षेत्र में है।
डीडीए ने ये रखा अपना पक्ष
हाल ही में डीडीए के अधिकार क्षेत्र में नाले के 350 मीटर हिस्से की सफाई का काम पूरा हुआ और बाद में इस हिस्से को आरसीसी स्लैब से ढक दिया गया। इसके अलावा, इस नाले में कचरा जाने से रोकने के लिए एमसीडी और डीडीए के नालों के जंक्शन पर एक स्क्रीन लगाई गई।नाले में डूबने की घटना दुखद
स्थानीय निवासियों और मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, एमसीडी के नाले में डूबने की दुखद घटना हुई थी, लगभग 500 मीटर ऊपर की ओर उनके शव मिले थे। उनके शव एमसीडी और डीडीए नालों के जंक्शन बिंदु पर पाए गए, जहां एक स्क्रीन लगाई गई है, जो डूबने वाली जगह से लगभग 500 मीटर की दूरी पर है।
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कहा गया कि यह ध्यान देने योग्य है कि डीडीए के अधिकार क्षेत्र में नाले का 350 मीटर का हिस्सा पूरी तरह से ढका हुआ है।
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