AAP vs BJP: राष्ट्रपति भवन पहुंचेगी दिल्ली की राजनीतिक लड़ाई, भाजपा और आप विधायक करेंगे एक-दूसरे की शिकायत
Delhi Politics दिल्ली में सत्ता पक्ष और विपक्ष (AAP vs BJP) के बीच चल रही राजनीतिक लड़ाई अब राष्ट्रपति भवन पहुंचेगी। भाजपा विधायक छह सितंबर को राष्ट्रपति से मिलकर दिल्ली सरकार की शिकायत करेंगे। उनका आरोप है कि विधानसभा में विपक्ष को बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा है।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। दिल्ली में सत्ता पक्ष और विपक्ष (AAP vs BJP) के बीच चल रही राजनीतिक लड़ाई अब राष्ट्रपति भवन पहुंचेगी। भाजपा विधायक छह सितंबर को राष्ट्रपति से मिलकर दिल्ली सरकार की शिकायत करेंगे। उनका आरोप है कि विधानसभा में विपक्ष को बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा है। वहीं, सात सितंबर को आप विधायक राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे।
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी का कहना है कि राष्ट्रपति से भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी हुई इस सरकार को बर्खास्त करने की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन पिछले तीन महीने से अधिक समय से जेल में है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ सीबीआइ ने एफआइआर दर्ज कर ली है।
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भाजपा ने लगाया घोटाले का आरोप
केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) की रिपोर्ट से स्कूलों में कमरे बनाने में हुए घोटाले की सच्चाई सामने आ गई है। दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और दिल्ली जल बोर्ड में भ्रष्टाचार का मामला भी सामने आ गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आरोपित मंत्रियों के खिलाफ कोई कार्रवाई करना तो दूर, उन्हें मंत्रिमंडल से नहीं हटाया। यह सरकार भ्रष्टाचार को पूरा संरक्षण दे रही है।
'ढाई साल में एक बार भी प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हुई'
उन्होंने कहा कि विधानसभा के अंदर विपक्ष के साथ जैसा व्यवहार किया जा रहा है, उससे लोकतंत्र खतरे में पड़ गया है। पिछले ढाई सालों में एक बार भी विपक्ष द्वारा दिए गए किसी भी प्रस्ताव पर चर्चा नहीं कराई गई। विश्वास मत के नाम पर दिल्ली विधानसभा में पांच दिन तक सिर्फ राजनीतिक दुष्प्रचार किया जाता रहा।
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भाजपा विधायकों को सदन से बाहर निकाल दिया जाता है
भाजपा सदस्य अगर अपनी बात रखना चाहते हैं तो उन्हें सदन से निष्कासित कर दिया जाता है। अन्य लोकतांत्रिक परंपराओं और नियमों को भी ताक पर रख दिया गया है। विधानसभा परिसर में भाजपा का पुतला जलाया गया, इससे पहले इस तरह की घटना नहीं हुई।
उपराज्यपाल के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग
उन्होंने कहा कि यह सरकार उपराज्यपाल के पद की गरिमा को भी नुकसान पहुंचा रही है। उपराज्यपाल के खिलाफ अभद्र भाषा के इस्तेमाल के साथ-साथ उन्हें भेजी जाने वाली फाइलों पर हस्ताक्षर तक नहीं किए जाते। कैबिनेट की बैठक के बाद उन्हें कैबिनेट नोट भेजा जाता है। राष्ट्रपति को इन बातों की जानकारी दी जाएगी।
सात सितंबर को मिलेंगे आप विधायक
वहीं, आप की वरिष्ठ नेता आतिशि ने ट्वीट कर बताया कि आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों का प्रतिनिधि मंडल सात सितंबर को राष्ट्रपति से मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमने उनसे मिलने के लिए समय मांगा था, ताकि भाजपा के ऑपरेशन लोटस (Operation Lotus) को उनके सामने रख सकें, जो भारत के लोकतंत्र पर बड़ा खतरा है।