Delhi: एम्स और IIIT डिजिटल हेल्थ तकनीक के लिए करेंगे मिलकर काम, कम्प्यूटेशनल जीनोमिक्स तकनीकों पर करेंगे शोध
स्वास्थ्य सेवाओं में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कर मरीजों को आसान तरीके से इलाज उपलब्ध कराने के लिए एम्स और इंद्रप्रस्थ सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) के साथ समझौता किया है। इसके तहत दोनों मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) मशीन लर्निंग (एमएल) और कम्प्यूटेशनल जीनोमिक्स सहित अन्य तकनीकों को विकसित करेंगे।
By Rahul ChauhanEdited By: Abhi MalviyaUpdated: Tue, 21 Feb 2023 11:30 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। स्वास्थ्य सेवाओं में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कर मरीजों को आसान तरीके से इलाज उपलब्ध कराने के लिए एम्स और इंद्रप्रस्थ सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) के साथ समझौता किया है। इसके तहत दोनों मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), मशीन लर्निंग (एमएल) और कम्प्यूटेशनल जीनोमिक्स सहित अन्य तकनीकों को विकसित करेंगे। दोनों का मिलकर काम करना क्लीनिकल मेडिसिन, पब्लिक हेल्थ और बायोमेडिकल रिसर्च को आगे बढ़ाने में मददगार साबित होगा।
मिलेगा सस्ता इलाज
इससे स्वदेशी तकनीक विकसित होने से मरीजों को तेजी के साथ सस्ता इलाज मिल सकेगा और गुणवत्ता में भी सुधार आएगा। इसके अलावा साइबर सुरक्षा और ई-हेल्थ सेवाओं को भी मजबूत किया जाएगा। यह सहयोग आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत एक सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज ढांचे को विकसित करने पर भी ध्यान केंद्रित करेगा।इस मौके पर एम्स के निदेशक डा. एम श्रीनिवास का कहना है कि मिलकर अनुसंधान करने से रोगी स्वास्थ्य देखभाल और कई क्षेत्रों में अनुसंधान पर सीधा प्रभाव पड़ेगा। एम्स में आने वाले मरीजों और अन्य संस्थानों के के लिए भी यह तकनीक काफी मददगार होगी। IIT के निदेशक प्रो. रंजन बोस ने कहा कि इस समझौते से डिजिटल स्वास्थ्य में संयुक्त अनुसंधान करने से सस्ती व सुलभ तकनीक विकसित होगी। आईआईआइटी में सेंटर आफ एक्सीलेंस इन हेल्थकेयर के प्रमुख डॉ. तवप्रितेश सेठी ने कहा कि यह समझौता एआइ समाधानों को विकसित करने में काफी मददगार साबित होगा।
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