Move to Jagran APP

दिल्ली AIIMS ने बनाई 21 सदस्यीय कमेटी, छात्राओं और महिला डॉक्टर्स बेहतर करेंगे सुरक्षा

Delhi AIIMS Security Arrangements कोलकाता की घटना से सबक लेकर एम्स प्रशासन ने एक 21 सदस्यीय कमेटी गठित की है। इसका मकसद मेडिकल छात्राओं और महिला डॉक्टर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इस कमेटी में 16 डॉक्टर हैं जिसमें ज्यादातर महिला डॉक्टर शामिल हैं। एम्स में करीब 820 फैकल्टी दो हजार से अधिक रेजिडेंट डॉक्टर है। इसमें भी हजारों महिला नर्सिंग कर्मचारी शामिल हैं।

By Ranbijay Kumar Singh Edited By: Geetarjun Updated: Tue, 13 Aug 2024 12:21 AM (IST)
Hero Image
दिल्ली AIIMS ने बनाई 21 सदस्यीय कमेटी, छात्राओं और महिला डॉक्टर्स बेहतर करेंगे सुरक्षा।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। कोलकाता की घटना से सबक लेकर एम्स प्रशासन ने एक 21 सदस्यीय कमेटी गठित की है। इस कमेटी में 16 डॉक्टर हैं, जिसमें ज्यादातर महिला डॉक्टर शामिल हैं। यह कमेटी एम्स में मेडिकल, नर्सिंग की छात्राओं, महिला डॉक्टर्स व अन्य महिला कर्मचारियों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेगी और जानने की कोशिश करेगी कि मौजूदा व्यवस्था में छात्राओं व महिला स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा में क्या कमियां हैं।

इस बाबत कमेटी एक रिपोर्ट तैयार कर एम्स प्रशासन को सौंपेगी। इस आधार पर एम्स प्रशासन संस्थान में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कदम उठाएगा।

एम्स में ज्यादातर महिला डॉक्टर

एम्स में करीब 820 फैकल्टी, दो हजार से अधिक रेजिडेंट डॉक्टर है। इसमें बड़ी संख्या में महिला डॉक्टर शामिल हैं। इसके अलावा 12 हजार अन्य कर्मचारी हैं। इसमें भी हजारों महिला नर्सिंग कर्मचारी शामिल हैं।

उनकी सुरक्षा पुख्ता करने के लिए एम्स ने कदम उठाया है और कमेटी में फैकल्टी के अलावा रेजिडेंट डॉक्टर, नर्सिंग कर्मचारी व छात्र यूनियन के प्रतिनिधि को भी शामिल किया गया है।

एम्स फैकल्टी एसोसिएशन ने की सीबीआई जांच की मांग

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कालेज में जूनियर महिला डॉक्टर की हत्या की घटना के मद्देनजर हड़ताल कर रहे रेजिडेंट डॉक्टर्स का एम्स के फैकल्टी एसोसिएशन ने भी समर्थन किया है और घटना को देश के लिए शर्मनाक बताया है। एसोसिएशन ने केंद्रीय गृह मंत्रालय, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय व पश्चिम बंगाल सरकार को पत्र लिखकर सीबीआइ जांच कराने की मांग की है। साथ ही देश भर में डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा कानून बनाने की मांग की है।

ये भी पढ़ें- Delhi Doctors Strike: लोक नायक अस्पताल की ओपीडी बाधित, बिना उपचार के लौटे मरीज

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।