Delhi AIIMS का जल्द होगा विस्तार, अब मरीजों को नहीं करना होगा घंटों इंतजार; पढ़ें पूरी डिटेल
दिल्ली स्थित एम्स क जल्द विस्तार किया जागएगा। जिसके बाद अब मरीजों को और उनके परिजनों का इलाज के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। पिछले दो सालों में एम्स में 30% बेड और ऑपरेशन थियेटर सेवाओं में 40% की बढ़ोतरी हुई है। एम्स की ओपीडी पर मरीजों की संख्या का दबाव करने के लिए सुपर स्पेशियलिटी ओपीडी बनाई जानी है।
शनि पाथौली, दक्षिणी दिल्ली। एम्स में ओपीडी कार्ड बनवाने के लिए मरीजों या उनके तिमारदारों को प्रतिदिन 12 से 14 घंटे तक कतार में लगना पड़ता है। इसके बावजूद अधिकतर मरीज डाक्टर तक नहीं पहुंच पाते। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए जल्द ही एम्स का विस्तार किया जाएगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने कहा कि देशभर के मरीजों को कम समय में उपचार दिलाने के लिए जल्द ही नई दिल्ली एम्स (Delhi AIIMS) का बड़ा विस्तार किया जाएगा। इसे लेकर संबंधित एजेंसियों से भी विचार-विमर्श किया जा रहा है। केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा, एम्स में डाक्टरों को दिखाने के लिए मरीजों की लंबी लाइन लगती है।
ऑपरेशन थियेटर सेवाओं में करीब 40 प्रतिशत की वृद्धि
इससे कई मरीजों को समय पर उपचार नहीं मिल पाता है। मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए एम्स का बड़े स्तर पर विस्तार किया जाएगा। योजना बना ली गई है। उन्होंने कहा कि बीते दो वर्षों में एम्स में बेड संख्या में 30 प्रतिशत और ऑपरेशन थियेटर सेवाओं में करीब 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।मैदानगढ़ी अस्पताल में अगले माह शुरू हो सकती है ओपीडी
एम्स की ओपीडी पर मरीजों की संख्या दबाव करने के लिए सुपर स्पेशियलिटी ओपीडी बनाई जानी है। इसमें कैंसर, न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, नेत्र विज्ञान सहित अन्य विभागों की ओपीडी होगी, लेकिन अभी तक मल्टीस्टोरी स्पेशियलिटी ओपीडी पर काम शुरू नहीं किया गया है। इसे नई ओपीडी के पास ही बनाया जाना है। मरीज काफी समय से स्पेशियलिटी ओपीडी की बाट जोह रहे हैं।
एम्स से जुड़े मैदानगढ़ी स्थित अस्पताल में अगले महीने ओपीडी की सुविधा शुरू हो सकती है। इसके लिए डॉक्टरों की भर्तियां चल रही हैं। अर्धसैनिक बलों के लिए बनाए गए इस अस्पताल का एम्स ने टेकओवर किया था। यहां पर एम्स के डॉक्टर सेवाएं देंगे। इसके अलावा एम्स ने 2,200 कमरों वाला एक नया छात्रावास परिसर बनाने की भी योजना बनाई है। इसका अनुमानित खर्च करीब 900 करोड़ रुपये है।
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