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Air Pollution: दिल्ली-एनसीआर में सांसों पर संकट, आनंद विहार का AQI 350 के पार; आंखों में जलन की शिकायत कर रहे लोग

दिल्ली की एयर क्वालिटी में सोमवार सुबह थोड़ा सुधार हुआ लेकिन यह बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई है। इससे लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार सुबह 6 बजे तक दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 264 दर्ज किया गया जो पिछले दिन के स्तर से लगभग 90 अंक कम है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Mon, 28 Oct 2024 09:30 AM (IST)
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दिल्ली की एयर क्वालिटी कुछ सुधार दर्ज किया गया। फाइल फोटो- जागरण
जागरण संवाददाता, दिल्ली/गाजियाबाद। दीवाली के त्योहार से पहले दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता बिगड़ चुकी है। दिल्ली में सोमवार को औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 264 दर्ज किया गया है, जोकि बेहद खराब श्रेणी में आता है। साथ ही कई इलाकों में धुंध छाई हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली के आनंद विहार में सुबह आठ बजे AQI 356 रिकॉर्ड किया गया, इससे पहले रविवार को यहां सुबह आनंद विहार का AQI 406 था।

आईटीओ के पास का नजारा।  फोटो- जागरण

गाजियाबाद की हवा भी बेहद खराब

वायु प्रदूषण के मामले में गाजियाबाद की स्थिति देश में बेहद खराब बनी हुई है। सोमवार सुबह गाजियाबाद के वसुंधरा में AQI 265 और संजय नगर में 287 दर्ज किया गया। वहीं नोएडा के सेक्टर-62 में AQI 269 और सेक्टर 125 में AQI 275 दर्ज किया गया।

तमाम दावों के बाद भी अधिकारी प्रदूषण रोकथाम में पूरी तरह फेल हो गए हैं। यही कारण है कि रविवार को गाजियाबाद देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा। यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 324 दर्ज किया गया। इससे लोगों की आंखों में जलन रही।

कहां कितना है AQI

दिल्ली 307

गाजियाबाद 265

नोएडा 269

गुरुग्राम - 234

आनंद विहार, दिल्ली 356

अलीपुर, दिल्ली 334

जहांगीरपुरी, दिल्ली 365

IGI एयरपोर्ट- 316

देश में सबसे प्रदूषित रही दिल्ली

उल्लेखनीय है कि इससे पहले रविवार को 356 एक्यूआई के साथ दिल्ली देश में सबसे प्रदूषित रही। गाजियाबाद में 15 अक्टूबर को ग्रेप (ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान) लागू होने के बाद से ही हवा केवल एक दिन ही मध्यम श्रेणी में रही है। बाकी दिन खराब व बेहद खराब दर्ज की गई है। सुबह में एक्यूआई में गिरावाट आती है, लेकिन समय बढ़ने के साथ ही प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता रहता है। प्रदूषण के स्तर में सुधार नहीं होने से लोगों को अब चिंता सताने लगी है।

लोगों का कहना है कि अगर यही स्थिति बनी रही तो जल्द ही हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच जाएगी। इसके बाद सांस लेना भी दूभर हो जाएगा। समय रहते अधिकारियों को ठोस कदम उठाने की जरूरत है। अगर सभी विभाग अपना-अपना कार्य करेंगे तो लोगों साफ हवा नहीं भी मिली तो एक्यूआई में गिरावट जरूर आएगी।

लोनी की हवा सबसे ज्यादा खराब

लोनी का वायु गुणवत्ता सूचकांक शनिवार को 292 दर्ज किया गया। रविवार को 58 अंक की बढ़ोतरी के साथ 350 दर्ज किया गया। यहां की हवा संजयनगर, इंदिरापुरम व लोनी में सबसे खराब रही।

इंदिरापुरम का एक्यूआई भी बेहद खराब श्रेणी में 318 रहा। इन इलाकों के लोगों को प्रदूषण के कारण आंखों में जलन रही। लोनी में अवैध फैक्ट्रियों के संचालन को प्रदूषण का मुख्य कारण माना जा रहा है। वहीं, इंदिरापुरम व संजय नगर में सड़कों पर उड़ती धूल को अधिकारी प्रदूषण का कारण मान रहे हैं।

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