गैस चैंबर बन रही दिल्ली, आनंद विहार में 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंचा AQI; अगले तीन दिनों तक हालात नाजुक
दिल्ली की हवा लगातार खराब हो रही है। आनंद विहार में AQI 339 पर आ गया है जो बहुत खराब श्रेणी में है। अगले तीन दिनों तक सुधार के आसार नहीं हैं। सरकार ने GRAP-1 के तहत उपायों को सख्ती से लागू करने की घोषणा की है। धूल नियंत्रण के लिए निर्माण स्थलों का निरीक्षण करने के लिए 99 टीमों को नियुक्त किया गया है।
एएनआई, नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है। शुक्रवार को राजधानी के ऊपर हल्की धुंध की परत छा गई। इससे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 293 पर गिरकर 'खराब' श्रेणी में आ गया।
दिल्ली के आनंद विहार इलाके में AQI गिरकर 339 पर आ गया है, जिसे 'बहुत खराब' श्रेणी में रखा गया है। इंडिया गेट और आसपास के इलाकों में AQI 270 दर्ज किया गया है, जिसे 'खराब' श्रेणी के रूप में चिह्नित किया गया है। द्वारका, सेक्टर-8 में AQI 325 दर्ज किया गया है, जो क्षेत्र को 'बहुत खराब' श्रेणी में रखता है। विवेक विहार क्षेत्र 324 AQI के साथ 'बहुत खराब' श्रेणी में चला गया है।
अगले तीन दिनों तक सुधार के आसार नहीं
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, जब AQI को 'खराब' श्रेणी के तहत चिह्नित किया जाता है, तो लंबे समय तक रहने पर अधिकांश लोगों को सांस लेने में परेशानी हो सकती है, जबकि 'बहुत खराब' श्रेणी के तहत लंबे समय तक रहने पर सांस संबंधी बीमारी हो सकती है। GRAP-1 के प्रावधानों के तहत धूल प्रदूषण को कम करने के लिए PWD वाहनों ने राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में पानी का छिड़काव किया। वहीं सीपीसीबी के अनुसार अगले तीन दिन तक दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में सुधार होने के आसार भी नहीं हैं।
पानी का छिड़काव करते एनडीएमसी के कर्मचारी
दिल्ली में ग्रैप 1 के नियम लागू
दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय के एक बयान के अनुसार, इससे पहले मंगलवार को दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान -1 (GRAP-1) के तहत उपायों को सख्ती से लागू करने की घोषणा की थी। यह घोषणा दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद की गई, जिसमें पर्यावरण मंत्री गोपाल राय और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
पानी के छिड़काव के जरिए प्रदूषण कम करने की कवायद
निरीक्षण के लिए 99 टीमें तैनात
सरकार के अनुसार, धूल नियंत्रण के लिए निर्माण स्थलों का निरीक्षण करने के लिए 99 टीमों को नियुक्त किया गया है। लोक कल्याण विभाग (पीडब्ल्यूडी) 200 एंटी-स्मॉग गन तैनात करेगा। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) 30, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) 14 और दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) 80 स्मॉग गन तैनात करेगा। इसके अतिरिक्त, दिल्ली पुलिस यातायात-संभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त कर्मियों को नियुक्त करेगी और आवश्यकता पड़ने पर होम गार्ड भी तैयार रहेंगे।
यमुना का पानी भी लगातार प्रदूषित हो रहा
ग्रीन दिल्ली ऐप के जरिए रिपोर्ट करने का आग्रह
मुख्यमंत्री आतिशी ने दिल्लीवासियों से कार पूल करने, पटाखे और कूड़ा जलाने से परहेज करने और ग्रीन दिल्ली ऐप के माध्यम से प्रदूषण की घटनाओं की रिपोर्ट करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि टीमें यह सुनिश्चित करेंगी कि सरकारी और निजी दोनों निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण उपायों का पालन किया जाए, विशेष रूप से निर्माण और विध्वंस (सी एंड डी) कचरे को हटाने पर ध्यान दिया जाए। पीएम 2.5 और पीएम 10 के स्तर को बढ़ाता है और धूल प्रदूषण में योगदान देता है।