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Delhi Air Quality: दिल्ली में छाई धुएं और धुंध की परत, छठे दिन भी AQI रहा बेहद खराब; अभी ऐसे ही रहेंगे हालात

Delhi Pollution दिल्ली में लगातार छठे दिन हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही। स्मॉग और धुएं के कारण लोगों की सांस पर आफत बढ़ गई है। दृश्यता में भी गिरावट हुई है। मौसम विभाग के अनुसार अभी तीन दिन तक स्मॉग हो सकता है। इस वजह से अभी कुछ दिनों तक प्रदूषण से राहत मिलने की संभावना नहीं है।

By Ranbijay Kumar Singh Edited By: Geetarjun Updated: Mon, 04 Nov 2024 11:55 PM (IST)
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नई दिल्ली में छाए घने स्माग में मुंह पर मास्क लगाकर जाते दुपहिया चालक।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। हवा की मंद गति, धीरे-धीरे तापमान में हो रही गिरावट, धुंध और धुएं के कारण वातावरण में स्मॉग की परत बन गई है। इस वजह से सोमवार को दिल्ली पूरे दिन स्मॉग की चादर में लिपटी रही। इससे एयर इंडेक्स बेहद खराब श्रेणी में उच्च स्तर पर रहा। लिहाजा, दिल्ली में लगातार छठे दिन हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही।

वहीं, 17 इलाकों में एयर इंडेक्स 400 से अधिक होने से हवा गंभीर श्रेणी में रही। इस वजह से लोगों की सांस पर आफत बढ़ गई है। साथ ही स्मॉग होने के कारण दृश्यता में भी गिरावट हुई। सुबह आठ बजे आईजीआई एयरपोर्ट के पास न्यूनतम दृश्यता 2000 मीटर से घटकर 1300 मीटर हो गई।

प्रदूषण से राहत मिलने की संभावना नहीं

मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में अभी तीन दिन स्मॉग हो सकता है। इस वजह से अभी कुछ दिनों तक प्रदूषण से राहत मिलने की संभावना नहीं है।

एनसीआर के शहरों में भी बढ़ा प्रदूषण

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, तीन दिनों तक हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में बनी रहेगी। सीपीसीबी द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर के शहरों में भी प्रदूषण का स्तर बढ़ा है। इस वजह से फरीदाबाद को छोड़कर एनसीआर के अन्य प्रमुख शहरों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही।

फरीदाबाद का एयर इंडेक्स खराब श्रेणी में रहा। दिल्ली का औसत एयर इंडेक्स 381 रहा। इस वजह से सोमवार को दिल्ली देश में दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा। राजस्थान के श्री गंगानगर में एयर इंडेक्स सबसे अधिक 417 रहा। राजस्थान के हनुमानगढ़, हरियाणा के हिसार में एयर इंडेक्स 379 व बिहार के हाजीपुर का एयर इंडेक्स 377 रहा।

दिल्ली के प्रदूषण में पीएम-10 का स्तर अधिकतम 324.7 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर रहा जो मानक से सवा तीन गुना अधिक है। वहीं पीएम-2.5 का स्तर 180.7 माइक्रा ग्राम प्रति घन मीटर रहा जो मानक से तीन गुना अधिक है।

प्रदूषण के लिए कौन है जिम्मेदार

आईआईटीएम (इंडियन इंस्टीट्यूट आफ ट्रापिकल मेटेऑरोलाजी) पुणे के डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (डीएसएस) के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली के प्रदूषण में वाहनों के धुएं व अन्य स्थानीय कारक तो जिम्मेदार हैं हीं, लेकिन वायु प्रदूषण में पराली के धुएं की भागीदारी बढ़ी है। तीन नवंबर को भी वायु प्रदूषण में पराली के धुएं की भागीदारी सबसे अधिक 19.72 प्रतिशत थी। उस दिन दिल्ली का एयर इंडेक्स 382 था।

मौसम विभाग के अनुसार, स्मॉग के कारण आईजीआई एयरपोर्ट के पास सुबह आठ बजे न्यूनतम दृश्यता 1300 मीटर दर्ज हुई। सुबह साढ़े आठ बजे के बाद दृश्यता में सुधार शुरू हुआ और दिन में 11.30 बजे से दोपहर साढ़े तीन बजे तक दृश्यता 1700 मीटर रही। शाम को दृश्यता बढ़कर 2100 मीटर हो गई। सफदरजंग में सुबह साढ़े नौ बजे से सुबह साढ़े दस बजे तक दृश्यता 1500 मीटर रही। इसके बाद दृश्यता बढ़कर 2000 मीटर हो गई। बाद में शाम को दृश्यता घटकर फिर 1500 मीटर हो गई।

एनसीआर में एयर इंडेक्स

दिल्ली- 381

गाजियाबाद- 314

नोएडा- 319

गुरुग्राम- 310

ग्रेटर नोएडा- 305

फरीदाबाद- 260

दिल्ली में अधिक प्रदूषित रहे इलाकों का शाम सात बजे का एयर इंडेक्स

आनंद विहार- 446

विवेक विहार- 437

एनएसआइटी द्वारका- 426

जहांगीपुरी- 424

अशोक विहार- 423

वजीरपुर- 420

दिल्ली में सबसे कम एयर इंडेक्स

अरविंदो मार्ग- 286

पिछले पांच दिनों में दिल्ली के वायु प्रदूषण में पराली की हिस्सेदारी (प्रतिशत)

तारीख- हिस्सेदारी

तीन नवंबर- 19.72

दो नवंबर- 14.96

एक नवंबर- 35.17

31 अक्टूबर- 27.61

30 अक्टूबर- 8.49

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