अक्टूबर में दिल्ली में दमघोंटू होती हवा की एक वजह आई सामने, IMD ने मौसम का भी जारी किया पूर्वानुमान
दिल्ली में इस साल अक्टूबर महीना बेहद शुष्क रहा है। पिछले 27 दिनों में एक भी दिन बारिश नहीं हुई है। इससे पहले 2018 में ऐसा हुआ था। मानसून की बारिश अच्छी रही लेकिन 19 सितंबर के बाद से बारिश नहीं हुई है। प्रदूषण बढ़ा है और हवा दमघोंटू बनी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार इस बार एक भी सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ नहीं आया है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। इस साल अक्टूबर का महीना पांच सालों में सबसे ज्यादा सूखा रहा है। माह के 27 दिन बीत चुके हैं और एक भी दिन बूंदाबांदी तक नहीं हुई है। इससे पहले 2018 में ऐसा रहा था, जब एक दिन भी वर्षा नहीं हुई थी।
यूं दिल्ली में इस बार मानसून की बरसात तो सामान्य से ज्यादा अच्छी रही, लेकिन 19 सितंबर के बाद एक दिन भी वर्षा नहीं हुई है। इसका असर प्रदूषण पर भी साफ देखा जा सकता है। हवा दमघोंटू बनी हुई है।
एक दिन भी नहीं हुई बूंदाबांदी
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, इस बार एक भी सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ नहीं आया है। इसी के चलते एक दिन भी ऐसा नहीं रहा जब बूंदाबांदी हुई हो। वर्ष 2022 और 2021 के अक्टूबर में अच्छी वर्षा हुई थी। वर्ष 2022 के अक्टूबर में 128.6 मिमी तो वर्ष 2021 में 122.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी।दिल्ली में सामान्य से ऊपर ही चल रहा तापमान
पश्चिमी विक्षोभ नहीं आने, दिन भर तेज धूप निकलने और हवा की दिशा पूर्वी रहने के चलते दिल्ली का तापमान भी लगातार सामान्य से ज्यादा बना हुआ है। रविवार को अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि सामान्य से दो डिग्री ज्यादा है। न्यूनतम तापमान 20.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से तीन डिग्री ज्यादा है। हवा में नमी का स्तर 93 से 54 प्रतिशत रहा।
सोमवार को कैसा रहेगा मौसम
सोमवार को अधिकतम तापमान 34 और न्यूनतम 20 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो-तीन दिनों के बीच हवा की दिशा मुख्य तौर पर पूर्वी रहने की संभावना है। इसके चलते अगले तीन दिनों के दौरान भी तापमान सामान्य से ज्यादा ही बना रहेगा।किस साल अक्टूबर में कितने दिन हुई बरसात
साल | वर्षा के दिन |
2024 | 0 |
2023 | 1 |
2022 | 6 |
2021 | 7 |
2020 | 1 |
2019 | 1 |
2018 | 0 |
दिल्ली में फिलहाल रहेगी जहरीली हवा
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में रहने वालों को जहरीली हवा से राहत मिलने की हाल फिलहाल कोई संभावना नहीं है। कम से कम दीवाली तक तो यही स्थिति बनी रहेगी। पूर्वाअनुमान तो यह है कि दीवाली के आसपास स्थिति और भयावह हो सकती है। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अली वार्निंग सिस्टम ने भी तीन चार दिनों के दौरान वायु गुणवत्ता के स्तर लगातार गिरावट का अनुमान दिया है।
ये भी पढ़ें- 'पानी का बिल बढ़कर आए तो मत भरना', अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवालों से किया बड़ा वादाऐसे में एक दो दिन के भीतर ग्रेप के तीसरे चरण की पाबंदियां भी लागू कर दी जाएंगी। रविवार को दिल्ली का एक्यूआइ 356 यानी ''बहुत खराब'' की श्रेणी में पहुंच गया। शनिवार को यह 255 था। चौबीस घंटे के भीतर इसमें 101 अंकों की बढ़ोतरी हो गई।
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