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Delhi Airport: देश का पहला और दुनिया में दूसरा एयरपोर्ट बना दिल्ली का हवाई अड्डा, यात्रियों के लिए शुरू हुई बड़ी सुविधा

आईजीआई एयरपोर्ट (IGI Airport Delhi) पर चेकइन की प्रक्रिया को आसान बनाते हुए अत्याधुनिक सेल्फ सर्विस बैग ड्रॉप (SSBD) की सुविधा शुरू की गई है। इसके लिए एयरपोर्ट पर 50 सेल्फ बैगेज ड्रॉप यूनिट्स लगाए गए हैं। यह देश के किसी भी एयरपोर्ट पर शुरू की गई अपनी तरह की पहली सुविधा है। इसे एक तरह से चेकइन में डिजियात्रा जैसी सुविधा कही जा सकती है।

By Jagran News Edited By: Geetarjun Published: Tue, 18 Jun 2024 07:26 PM (IST)Updated: Tue, 18 Jun 2024 07:26 PM (IST)
देश का पहला और दुनिया में दूसरा एयरपोर्ट बना दिल्ली का हवाई अड्डा।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। आईजीआई एयरपोर्ट (IGI Airport Delhi) पर चेकइन की प्रक्रिया को आसान बनाते हुए अत्याधुनिक सेल्फ सर्विस बैग ड्रॉप (SSBD) की सुविधा शुरू की गई है। इसके लिए एयरपोर्ट पर 50 सेल्फ बैगेज ड्रॉप यूनिट्स लगाए गए हैं। यह देश के किसी भी एयरपोर्ट पर शुरू की गई अपनी तरह की पहली सुविधा है।

इसे एक तरह से चेकइन में डिजियात्रा जैसी सुविधा कही जा सकती है। यह सुविधा चेकइन काउंटर पर लगेज (सामान) जमा कराने के लिए कतार में खड़े होने की मजबूरी को खत्म कर देगा।

सबसे पहले यहां थी सुविधा

दिल्ली एयरपोर्ट इस तकनीक को लागू करने वाला देश में पहला और दुनिया में दूसरा एयरपोर्ट बन गया है। इससे पहले यह सुविधा कनाडा के टोरंटो हवाई अड्डे पर थी। दिल्ली एयरपोर्ट का कहना है कि क्विक ड्रॉप सॉल्यूशन अब एयर इंडिया, इंडिगो और एयर इंडिया एक्सप्रेस सहित तीन एयरलाइनों के पास उपलब्ध है।

एयरपोर्ट पर इस सुविधा के शुरू होने पर यात्रियों को काफी सहूलियत होगी। उन्हें सामान के लिए लाइन में नहीं लगना होगा। साथ सामान या बैग की प्रक्रिया भी व्यवस्थित तरीके से होगी।

दो टर्मिनल पर है सुविधा

एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 और टर्मिनल-3 में लगभग 50 सेल्फ सर्विस बैग ड्रॉप यूनिट चालू हैं। यहां यात्री बहुत ही चेक-इन का अच्छा अनुभव कर सकते हैं।

पहले लगता था काफी समय

इससे पहले सेल्फ सर्विस बैग ड्रॉप यूनिट यात्रियों को चेक-इन डेस्क से होकर गुजरना पड़ता था। जहां वे कॉमन यूज सेल्फ सर्विस कियोस्क पर अपने बोर्डिंग पास और बैगेज टैग प्रिंट कर सकते थे। बैग ड्रॉप यूनिट पर पहुंचने पर यात्रियों को बायोमेट्रिक कैमरों के जरिए अपने बोर्डिंग पास या चेहरे को स्कैन करते थे। इसके बाद वो अपने बैग या सामान को कन्वेयर बेल्ट पर छोड़ देते थे। इस प्रक्रिया में एक मिनट तक का समय लगता था।

सिर्फ 30 सेकेंड का लगेगा समय

अब बैग ड्रॉप सुविधा को आसान बनाने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट ने 'क्विक ड्रॉप सॉल्यूशन' की सुविधा शुरू की है। नई सुविधा एक चरणीय प्रक्रिया है। इसमें बोर्डिंग पास या बायोमेट्रिक सत्यापन की जरूरत नहीं पड़ती है। सामान पर लगे टैग पर विवरण पहले से ही उपलब्ध होता है। अब यह प्रक्रिया एक मिनट से घटकर 30 सेकेंड की हो गई है।


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