पानी को लेकर दिल्ली और हरियाणा के बीच बढ़ी रार, 'आप' विधायकों ने किया प्रदर्शन
'आप' विधायक हरियाणा के खिलाफ धरने पर बैठने से पहले यदि दिल्ली जल बोर्ड के 40 साल पुराने जल शोधन संयंत्रों में सुधार करवा लेते तो पानी की किल्लत नहीं होती।
नई दिल्ली [जेएनएन]। गर्मी की शुरुआत हुई और पानी की किल्लत चरम पर है। केजरीवाल सरकार ने इसका ठीकरा हरियाणा सरकार के सिर पर फोड़ा है और पूरा पानी न देने का आरोप लगाते हुए हरियाणा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। दिल्ली स्थित हरियाणा भवन पर जुटे 'आप' विधायकों ने कहा कि गर्मी बढ़ने पर दिल्ली में पानी के लिए स्थिति बिगड़ सकती है।
सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर
वहीं पानी की किल्लत को लेकर हरियाणा सरकार ने दिल्ली सरकार को आइना दिखाते हुए कहा है कि प्रदर्शन करने की जगह दिल्ली सरकार जल बोर्ड के 40 साल पुराने संयंत्रों को ठीक कराए। इस मामले दिल्ली सरकार ने हरियाणा सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है, जहां सोमवार को सुनवाई होनी है।
हरियाणा पूरा पानी नहीं दे रहा है
पानी के लिए दिल्ली पूरी तरह दूसरे राज्यों पर निर्भर है। गर्मी शुरू होने के साथ ही पानी की किल्लत ने परेशान करना शुरू कर दिया है। केजरीवाल सरकार का आरोप है कि हरियाणा पूरा पानी नहीं दे रहा है। 'आप' के विधायकों ने हरियाणा सरकार पर दबाव बनाने के लिए शनिवार को हरियाणा भवन पर प्रदर्शन किया। विधायकों का आरोप था कि जानबूझ कर हरियाणा सरकार दिल्ली के हिस्से का पानी रोक रही है।
...तो पानी की किल्लत नहीं होती
उधर हरियाणा के कृषि एवं सिंचाई मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ का कहना है कि आम आदमी पार्टी अपनी खामियां छिपाने के लिए हरियाणा के मत्थे आरोप मढ़ रही है। 'आप' विधायक हरियाणा के खिलाफ धरने पर बैठने से पहले यदि दिल्ली जल बोर्ड के 40 साल पुराने जल शोधन संयंत्रों में सुधार करवा लेते तो पानी की किल्लत नहीं होती।
यमुना के पानी को कौन प्रदूषित कर रहा है
हरियाणा के पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल का कहना है कि दिल्ली सरकार हरियाणा से सवाल पूछने से पहले यह स्पष्ट करे कि ओखला बैराज से दक्षिण हरियाणा के फरीदाबाद, पलवल, नूंह जिले में जा रहे यमुना के पानी को कौन प्रदूषित कर रहा है। उत्तर प्रदेश के वृंदावन धाम तक दिल्ली की गंदगी यमुना में पहुंच रही है।
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