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Delhi AQI Today: दिल्ली को मिल रही राहत की सांस, ठंड से कांप रहा NCR; 24 घंटे में 11 अंक गिरा एक्यूआई

दिल्ली में एक्यूआई मंगलवार को 297 था और बुधवार को दिल्ली का एक्यूआइ 286 रहा। यानी चौबीस घंटे के भीतर इसमें 11 अंकों का सुधार हुआ है। दूसरी तरफ मानकों के मुताबिक हवा में प्रदूषक कण पीएम 10 का औसत स्तर 100 से और पीएम 2.5 का औसत स्तर 60 से कम होने पर ही उसे स्वास्थ्य के लिए हितकर माना जाता है।

By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaUpdated: Thu, 07 Dec 2023 06:30 AM (IST)
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Delhi AQI Today: दिल्ली को मिल रही राहत की सांस, ठंड से कांप रहा NCR
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। तेज हवा चलने से दिल्ली एनसीआर की वायु गुणवत्ता में सुधार का दौर फिलहाल बरकरार है। बुधवार के बाद आज गुरुवार को भी इसमें कुछ और सुधार देखने को मिला। समग्र तौर पर दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 350 से नीचे की श्रेणी में रहा। हालांकि दिल्ली के 12 इलाके ऐसे भी रहे, जहां का एक्यूआइ 350 से ऊपर यानी "बहुत खराब" श्रेणी में बना हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एक्यूआई) के मुताबिक, गुरुवार को दिल्ली का एक्यूआइ 360 रहा। इस स्तर की हवा को "खराब" श्रेणी में रखा जाता है।

दिल्ली में एक्यूआई

दिल्ली में एक्यूआई मंगलवार को 297 था और बुधवार को दिल्ली का एक्यूआइ 286 रहा। यानी चौबीस घंटे के भीतर इसमें 11 अंकों का सुधार हुआ है। दूसरी तरफ मानकों के मुताबिक, हवा में प्रदूषक कण पीएम 10 का औसत स्तर 100 से और पीएम 2.5 का औसत स्तर 60 से कम होने पर ही उसे स्वास्थ्य के लिए हितकर माना जाता है।

अभी हवा पूरी तरह साफ होने की संभावना नहीं

लेकिन दिल्ली-एनसीआर की हवा में पीएम 10 का औसत स्तर 205 और पीएम 2.5 का औसत स्तर 112 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा, यानी दिल्ली-एनसीआर की हवा में अभी भी मानकों से दोगुना ज्यादा प्रदूषक कण मौजूद है। हवा की रफ्तार बढ़ने से भले ही प्रदूषण स्तर में थोड़ी कमी आई है, लेकिन अभी हवा पूरी तरह साफ होने की संभावना नहीं है।

इन इलाकों की हवा रही सबसे खराब

  • नेहरू नगर - 334
  • मुंडका - 331
  • बवाना - 328
  • जहांगीरपुरी - 321
  • आर के पुरम - 315
एनसीआर के शहरों का एक्यूआई

  • फरीदाबाद - 189
  • गाजियाबाद - 230
  • ग्रेटर नोएडा - 232
  • गुरुग्राम - 297
  • नोएडा - 220
प्रदूषक कणों का बिखराव

वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के मुताबिक, अगले तीन दिनों के भीतर हवा की रफ्तार ज्यादातर समय 10 किमी प्रति घंटे से कम रहेगी। इसके चलते प्रदूषक कणों का बिखराव भी धीमा रहेगा और हवा "खराब" या "बहुत खराब" श्रेणी में बना रहेगा।

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