Delhi Pollution: सोमवार की सुबह दिल्ली का AQI बेहद खराब; तय मानक से 20 गुना से भी ज्यादा पहुंचा PM2.5 का स्तर
दिवाली की रात पटाखे जलाने पर लगा प्रतिबंध पटाखों के ही धुएं में उड़ता नजर आया। आधी रात के बाद तक खूब पटाखे जले। इसी का असर रहा कि मौसम की मेहरबानी से दिवाली की पूर्वसंध्या और दीवाली का दिन पिछले आठ साल में सबसे साफ रहा। पटाखे जलाने से ही कई स्थानों पर सुबह के समय पीएम 2.5 की सांद्रता 1000 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से अधिक हो गई।
By Jagran NewsEdited By: Nitin YadavUpdated: Mon, 13 Nov 2023 10:46 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिवाली की रात पटाखे जलाने पर लगा प्रतिबंध पटाखों के ही धुएं में उड़ता नजर आया। राष्ट्रीय राजधानी में आधी रात के बाद तक खूब पटाखे जले। इसी का असर रहा कि मौसम की मेहरबानी से दीवाली की पूर्वसंध्या और दीवाली का दिन पिछले आठ साल में सबसे साफ रहा।
वहीं, दीवाली के अगले दिन की हवा फिर से बिगड़ने लगी है। जो एक्यूआइ रविवार शाम 218 था, वह 292 तक पहुंच चुका है। आशंका है कि यह जल्द ही यह 300 का आंकड़ा पार कर 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच जाएगा। दिल्ली के करीब 15 इलाकों का एक्यूआइ 300 से ऊपर ही चल रहा है।
कहां कितना रहा AQI
सीपीसीबी के मुताबिक सोमवार सुबह सात बजे शादीपुर का एक्यूआइ 315, आयानगर का 311, लोधी रोड का 308, पूसा का 355 और जहांगीरपुरी का 333 दर्ज किया गया।आसमान में छाई स्मॉग की मोटी चादर
पीएम 2.5 का स्तर इन क्षेत्रों में 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की सुरक्षित सीमा से छह से सात गुना अधिक है। पटाखे जलाने से ही राजधानी में ओखला व जहांगीरपुरी सहित कई स्थानों पर सुबह के समय पीएम 2.5 की सांद्रता 1,000 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से अधिक हो गई।
यह भी पढ़ें: Delhi Pollution: दिवाली के बाद आसमान में छाई जहरीली धुंध की मोटी चादर, कई इलाकों का AQI हुआ जानलेवा
पटाखों से बढ़ा प्रदूषण?
मालूम हो कि दिवाली की पूर्वसंध्या या शनिवार को दिल्ली का एक्यूआइ 220 था। तेज हवा के असर से यह दीवाली पर रविवार को भी सिर्फ 218 ही रहा, लेकिन शाम सात बजे के आसपास जब पटाखे जलने शुरू हुए तो फिर यह लगातार बढ़ता चला गया। 2015 से 2022 के बीच दिल्ली का दीवाली से पहले दिन, दीवाली पर और अगले दिन का एयर इंडेक्ससाल | दीपावली से पहले | दिवाली वाले दिन | दीपावली से अगले दिन |
2022 | 259 | 312 | 303 |
2021 | 314 | 382 | 462 |
2020 | 339 | 414 | 435 |
2019 | 287 | 337 | 368 |
2018 | 338 | 281 | 390 |
2017 | 302 | 319 | 403 |
2016 | 404 | 431 | 445 |
2015 | 353 | 343 | 360 |