Delhi Blast: IB, NSG और NIA ने की 24 घंटे से अधिक जांच-पड़ताल, कोई सुराग नहीं लगा हाथ
दिल्ली में सीआरपीएफ स्कूल के पास हुए धमाके के 24 घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है। आईबी एनएसजी और एनआईए समेत कई केंद्रीय एजेंसियां जांच में जुटी हैं। सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा चुकी है लेकिन कोई संदिग्ध नहीं दिखाई दिया है। पुलिस का कहना है कि अगर जल्द सुराग नहीं मिला तो केस एनआईए को ट्रांसफर किया जा सकता है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। प्रशांत विहार स्थित सीआरपीएफ स्कूल की दीवार के पास रविवार सुबह जोरदार धमाका होने के मामले में सोमवार को भी स्पेशल सेल फोरेंसिक एक्सपर्ट को लेकर धमाके की जांच करने के मकसद से मौके पर पहुंची। इसके अलावा आइबी, एनएसजी और एनआईए समेत तमाम केंद्रीय एजेंसियां भी अलग-अलग समय में मौके का मुआयना किया और घंटों तक जांच पड़ताल में जुटे रहे।
मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक घटना के 24 घंटे बीत जाने के बावजूद किसी एजेंसी को कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। अब तक सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले जा चुके हैं, लेकिन किसी में भी कोई संदिग्ध नहीं दिखाई दिया है। रविवार रात एक संदिग्ध स्कूटी सवार की तस्वीरें कैद होने की बात चली जो गलत साबित हुआ। आज कुछ जगहों पर सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध को सफेद टी-शर्ट पहने हुए घटनास्थल पर देखे जाने की बात चली।
एनआईए को ट्रांसफर किया जा सकता है केस
धमाके से एक रात पहले उसकी विस्फोटस्थल पर गतिविधि देखी गई। विस्फोटक को पॉलिथीन बैग में लपेटकर आधे से एक फुट गहरे गड्ढे में रखकर उसे पत्तियों और कूड़े-कचरे से ढंकते हुए देखे जाने की बात चली। इसका भी पुलिस ने खंडन कर दिया है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि अब तक कोई भी सुराग नहीं मिला है जिससे जांच आगे बढ़ पाए। अगर जल्द सुराग नहीं मिला, तब इस केस को एनआईए को ट्रांसफर किया जा सकता है।
मामले में अभी तक की प्रगति
रोहिणी स्कूल में हुए धमाके में कई एजेंसियों के अधिकारियों ने की जांच | जांच में सफेद रंग का पाउडर मिला, जिसका इस्तेमाल बम बनाने में होता है | इस केमिकल पाउडर को जांच के लिए लैब में भेजा गया | सभी कंपनियों के मोबाइल नंबरों को खंगालेगी दिल्ली पुलिस | इलाके में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों को खंगालने में जुटी पुलिस | मामले में अभी भी पुलिस के हाथ खाली, कोई सुराग नहीं मिला |
विस्फोटक का इस्तेमाल माइनिंग में
स्पेशल सेल सूत्रों के मुताबिक रविवार को मौके से जो पाउडर बरामद हुआ था, जिसके चलते तेरह धमाका हुआ। उस पाउडर में हाईडोजन पेराक्साइड, बोरेट व नाइट्रेट होने का पता चला है। ये तीनों केमिकल मिक्स थे। इसका इस्तेमाल माइनिंग में भी किया जाता है और ब्यूटी प्रोडक्ट में भी इनका इस्तेमाल होता है।
बम बनाने के लिए किया केमिकल इकट्ठा
सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि जिसने भी धमाके के लिए बम बनाने के लिए केमिकल इकट्ठा किया, उसे केमिकल सब के बारे में अच्छी जानकारी होगी। इस तरह के केमिकल आसानी से हासिल हो जाता है क्योंकि औद्योगिक कामों में भी इसका काम अमूमन किया जाता है।