Delhi: लश्कर-ए-तैयबा व ISI से भी जुड़े हैं दोनों संदिग्धों के तार, पाकिस्तान में भेजा था हत्या का वीडियो
दिल्ली के जहांगीरपुरी से गिरफ्तार दोनों संदिग्धों के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं। दोनों ने राजकुमार की हत्या कर करके आईएसआई के आतंकी सौहेल के पास वीडियो भेजा था। दोनों देश के कई बड़े हिंदू नेताओं की हत्या करने की साजिश रच रहे थे।
By Rakesh Kumar SinghEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Sun, 15 Jan 2023 07:02 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली में गिरफ्तार किए गए खालिस्तान समर्थक आतंकियों के दो संदिग्ध सहयोगी जगजीत सिंह उर्फ जग्गा और नौशाद के तार पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा व खुफिया एजेंसी आइएसआइ से भी जुड़े होने के संकेत मिले हैं।
राज कुमार की दोनों ने की थी हत्या
विगत 15 दिसंबर को दोनों ने भलस्वा डेरी स्थित अपने किराए के कमरे में राज कुमार नाम के युवक की बेरहमी से हत्या कर 37 सेंकेंड का वीडियो बना उसे पाकिस्तान में बैठे लश्कर ए तैयबा के आतंकी सोहैल को भेजा था। आइएस स्टाइल में राज कुमार का सिर कलम किया गया था। कमरे में पहले शव के तीन टुकड़े किए गए बाद में कई और टुकड़े कर उसे भलस्वा डेरी के झोड़ में फेंक दिया गया था। स्पेशल सेल को अभी कुछ ही कंकाल मिले हैं।
21 वर्षीय राजकुमार भलस्वा का ही रहने वाला था। वह नशे का आदी था और क्राइम ब्रांच का बड़ा मुखबिर बताया जा रहा है। हालांकि स्पेशल सेल अभी मृतक का नाम राज कुमार होने व मुखबिर होने की पुष्टि नहीं की है। बताया जा रहा है कि राज कुमार ने किसी धार्मिक स्थल पर पत्थर मारा था। जिस वजह से उसे ही शिकार बनाया गया।
हत्या के बाद किए थे शव के टुकड़ें
एडिशनल पुलिस कमिश्नर स्पेशल सेल प्रमोद सिंह कुशवाहा ने रविवार को संक्षिप्त जानकारी देते हुए बताया कि घटना वाली रात नौशाद और जगजीत, राज कुमार से दोस्ती कर उसके बहला फुसला कर अपने कमरे पर ले आए थे। वहां उसके हाथ-पैर बांध गर्दन काट दी गई और शव के कई टुकड़े कर दिए। गर्दन काटने का वीडियो बनाकर नौशाद ने पाकिस्तान में रह रहे सोहैल को भेज दिया था।
ऐसा इसलिए किया गया ताकि आतंकियों को भरोसा हो सके कि दोनों बड़ा काम भी कर सकते हैं। कुशवाहा ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि दोनों देश के कई बड़े हिंदू नेताओं की हत्या करने की साजिश रच रहे थे। इसके लिए उन्हें पाकिस्तान व कनाडा से लगातार बड़ी रकम भेजे गए हैं। कितना पैसा भेजा गया स्पेशल सेल इस बारे में जानकारी जुटा रही है। नौशाद ने जगजीत सिंह को पैसों का लालच देकर साजिश में शामिल किया था।
नौशाद की मुलाकात जेल बंद आतंकी से हुई थी
नौशाद की मुलाकात कई साल पहले तिहाड़ जेल में बंद लालकिला गोलीकांड मामले में फांसी की सजा पाए लश्कर ए तैयबा के आतंकी मोहम्मद अशफाक उर्फ आरिफ और लश्कर के दूसरे आतंकी सोहैल से हुई थी। साेहैल किसी अन्य मामले में जेल में बंद था। जेल से रिहा होने पर सोहैल 2018 में वापस पाकिस्तान चला गया था।पिछले वर्ष अप्रैल में नौशाद के जेल से बाहर आने के बाद वह लगातार सोहैल के संपर्क में रहने लगा था। सोहैल ने नौशाद को राइट विंग के प्रभावशाली हिंदू नेताओं की हत्या और जगजीत सिंह को पंजाब समेत अन्य राज्यों में खालिस्तानी गतिविधियों को बढ़ाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके लिए नौशाद को उसके बैंक खाते में दो लाख रुपए भेजे गए। उक्त पैसा उसके कतर में रहने वाले साले के जरिए भेजा गया था।
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