'मुझे भी गिरफ्तार कर सकती है ED, फिर सौरभ भारद्वाज को...', कैलाश गहलोत को समन भेजे जाने पर बोलीं आतिशी
दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत को ईडी के समन पर मंत्री आतिशी ने कहा कि ईडी की जांच का आबकारी नीति से संबंध नहीं है। अगर ऐसा होता तो सबसे पहले ईडी भाजपा के लोगों के यहां जाती क्योंकि कथित शराब घोटाले के आरोपी शरथ चंद रेड्डी द्वारा 59.5 करोड़ भाजपा को देने की बात साफ हो चुकी है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। कैलाश गहलोत को ईडी के समन पर आतिशी ने कहा कि ईडी की जांच का आबकारी नीति से संबंध नहीं है। अगर ऐसा होता तो सबसे पहले ईडी भाजपा के लोगों के यहां जाती, क्योंकि कथित शराब घोटाले के आरोपी शरथ चंद रेड्डी द्वारा 59.5 करोड़ भाजपा को देने की बात साफ हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि आज कैलाश गहलोत को बुलाया गया है। कल मुझे ईडी बुला सकती है। सौरभ भारद्वाज को बुला सकती है। हमें भी ईडी गिरफ्तार कर सकती है। यह सब आप को समाप्त करने के लिए हो रहा है। मगर हम इससे डरने वाले नहीं हैं।
हर मामले में घटक दल एक साथ: आतिशी
महारैली को लेकर कांग्रेस के नेता जयराम रमेश के बयान पर आतिशी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में आईएनडीआईए गठबंधन के सभी घटक दल एक साथ हैं। चाहें केजरीवाल की गिरफ्तारी हो, या उससे पहले की बात हो या उसके बाद की बात हो, गठबंधन के सभी घटके दल साथ आए हैं और कड़ा विरोध जताया है। लोकतंत्र पर जितने भी प्रहार किए जा रहे हैं, इस मामले में सभी घटक दल एक साथ हैं।मगुंटा रेड्डी से बीजेपी का क्या रिश्ता हैः सौरभ भारद्वाज
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बयान देने वाले मगुंटा श्रीनिवासलु रेड्डी और उनके पुत्र राघव मगुंटा 28 फरवरी को भाजपा के घटक दल TDP में शामिल हुए। इसके बाद मार्च 29 को मगुंटा श्रीनिवासलु रेड्डी को भाजपा के घटक दल TDP से लोक सभा का चुनाव लड़ने का टिकट मिलता है। आखिर ये रिश्ता क्या कहलता है?उन्होंने कहा कि शराब कारोबारियों की साउथ लॉबी से शरथ रेड्डी भाजपा को 55 करोड़ का चंदा देता है। मगुंटा श्रीनिवासलु रेड्डी को भाजपा का घटक दल TDP टिकट देता है। तो क्या अब ED भाजपा को शराब घोटाले की जाँच में आरोपी बनाएगी?
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।