Move to Jagran APP

Chhath Puja 2024: 'छठ की तैयारियों में न रहे कोई कमी, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी का अफसरों को सख्त निर्देश

छठ महापर्व की तैयारियों का जायजा लेने के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने आईटीओ स्थित छठ घाट का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि छठी मैया की उपासना के इस महापर्व की तैयारियों में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। 2014 तक दिल्ली में सिर्फ 60 जगहों पर छठ पूजा होती थी लेकिन अब उनकी सरकार 1000 से ज्यादा घाटों पर छठ महापर्व धूमधाम से मनाती है।

By V K Shukla Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Mon, 04 Nov 2024 03:33 PM (IST)
Hero Image
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी की फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। छठी मैया की उपासना के छठ महापर्व की तैयारियों में कोई कमी न रह जाए, इसी संदर्भ में मुख्यमंत्री आतिशी सोमवार को सरकार की छठ घाटों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए ग्राउंड जीरो पर उतरीं। आतिशी ने आईटीओ स्थित छठ घाट का अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया।

इस दौरान उन्होंने तैयारियों की जानकारी ली। आतिशी ने इस मौके पर कहा कि छठी मैया की उपासना के इस महापर्व की तैयारियों में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि 2014 तक पूरी दिल्ली में सरकार द्वारा मात्र 60 स्थानों पर होता था छठ पूजा का आयोजन। अब उनकी सरकार द्वारा 1000 से अधिक घाटों पर छठ महापर्व धूमधाम से मनाया जाता है ।

छठी मैया से जुड़ी है दिल्लीवालों की आस्था

आतिशी ने कहा कि छठ का त्यौहार पूर्वांचली भाइयों-बहनों के लिए सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार है। छठी मैया के साथ पूर्वांचली भाइयों-बहनों के साथ-साथ सभी दिल्लीवालों की आस्था भी जुड़ी हुई है। सीएम ने कहा कि इस क्रम में सारे विधायक और मंत्री भी लगातार सभी छठ घाट का निरीक्षण कर रहे है। कहा कि हम उम्मीद करते है कि छठी मैया का आशीर्वाद सभी दिल्ली वालों पर बना रहे।

बता दें कि इन घाटों पर तालाब बनाने से लेकर यहां टेंट, लाइट, साफ-सफाई, सुरक्षा आदि सभी चीजों का इंतजाम दिल्ली सरकार द्वारा किया जा रहा है। साथ ही बहुत से घाटों पर मैथली-भोजपुरी अकादमी द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा। ताकि श्रद्धालु खुशी, सुकून और उल्लास के साथ आस्था के महापर्व छठ को मना सकें।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि तेजी के साथ सभी छठ घाट तैयार किए जाएं ताकि आखिरी दिन के लिए कोई काम न बचे और श्रद्धालुओं को कोई परेशानी का सामना न करना पड़े।

छठ पूजा की तैयारियां जोरों पर, घाटों का किया जा रहा सुंदरीकरण

राष्ट्रीय राजधानी में छठ पूजा की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। छठ घाटों पर साफ-सफाई के साथ टेंट लगाए जा रहे हैं। यमुना किनारे आईटीओ समेत दिल्ली के रिहायशी इलाकों में शासन द्वारा बनाए जा रहे कृत्रिम घाटों को मिट्टी डालकर समतल किया जा रहा है। पुराने घाटों से मिट्टी निकालकर उन्हें साफ किया जा रहा और रंग रोगन का भी कार्य चल रहा है। हालांकि, इस वर्ष भी एनजीटी के आदेशों के अनुसार यमुना में पूजा की मनाही रहेगी।

यमुना के जलस्तर से ऊंचा बनाया गया घाट

व्रती न तो यमुना में स्नान कर सकेंगे और न ही यमुना में खड़े होकर अस्ताचलगामी सूर्य और उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दे सकेंगे। यमुना में कोई न जा सके, इसलिए यमुना के जलस्तर से ऊंचा घाट बनाया गया है। साथ ही बांस बल्ली लगाकर यमुना में प्रवेश को प्रतिबंधित किया गया है।

घाटों पर लोग सात नवंबर को आएंगे, जहां अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इसलिए उससे पहले सभी व्यवस्था दुरुस्त कराई जा रही है। एमसीडी सभी घाटों पर फागिंग करेगी। मध्य दिल्ली जिलाधिकारी क्षेत्र में 38 कृत्रिम घाट तैयार किए जा रहे हैं। आईटीओ घाट भी मध्य दिल्ली जिला प्रशासन के अंतर्गत आता है। ऐसे में यह घाट काफी विशेष माना जाता है, क्योंकि यहां डेढ़ लाख के करीब श्रद्धालु आते हैं।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।