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अजब हालः दिल्ली का कचरा तो संभल नहीं रहा, करने लगे यूपी के कचरे का निस्तारण

आरोप है कि मोटी रकम लेकर नोएडा का कूड़ा दिल्ली में डाला जा रहा है।

By JP YadavEdited By: Updated: Sun, 11 Mar 2018 08:53 AM (IST)
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अजब हालः दिल्ली का कचरा तो संभल नहीं रहा, करने लगे यूपी के कचरे का निस्तारण

नई दिल्ली (सुधीर कुमार)। अपने क्षेत्र का कूड़ा संभल नहीं पा रहा है। नतीजतन, गाजीपुर में कूड़े का पहाड़ गिरने जैसा भयंकर हादसा हुआ, जिसमें दो लोगों की मौत हुई। हालत यह हो गई कि गाजीपुर लैंडफिल साइट पर कूड़ा डालना बंद किया गया और यहां स्थित कचरे से बिजली बनाने के संयंत्र के लिए आठ एकड़ अतिरिक्त जमीन मुफ्त में दी गई, जिससे अधिक कचरे का निस्तारण हो सके। मगर बिजली संयंत्र में बड़ा खेल चल रहा था।

यहां पूर्वी दिल्ली के बजाय नोएडा के कचरे का निस्तारण किया जा रहा था, जिसका पर्दाफाश क्षेत्र के पार्षद राजीव चौधरी ने किया। पार्षद ने छापेमारी कर नोएडा में कूड़ा ढोने वाले पांच ट्रकों को जब्त करवाया। इस दौरान अधिकारियों ने नोएडा के दो ट्रकों को मौके से भगा दिया। मामले में निगम आयुक्त डॉ. रणबीर सिंह ने जांच बैठा दी है।

गाजीपुर में कचरे से बिजली बनाने के संयंत्र में काफी दिनों से नोएडा का कूड़ा डालने की शिकायत सामने आ रही थी। शुक्रवार रात यहां सात ट्रक कूड़ा पहुंचा। इसकी सूचना जैसे ही पार्षद राजीव चौधरी को मिली, वह स्थानीय लोगों को साथ लेकर मौके पर पहुंच गए। दो ट्रकों से कूड़ा उतार लिया गया था जबकि कूड़े से भरे पांच ट्रक खड़े थे।

उन्होंने मामले की सूचना निगम के अधिकारियों के साथ-साथ उपमहापौर बिपिन बिहारी सिंह को दी। उपमहापौर ने तुरंत निगमायुक्त से बात की और आयुक्त ने देर रात अपने ओएसडी कैप्टन (सेवानिवृत्त) डीपी तोमर को मौके पर भेजा। मौके पर मौजूद पांच ट्रकों को पुलिस की मदद से जब्त किया गया। आरोप है कि दो ट्रकों को मौके से भगा दिया गया।

निगम पार्षद राजीव चौधरी का कहना है कि लंबे समय से मुझे मामले की शिकायत व वीडियो मिल रही थी, लेकिन ये ट्रक अलग-अलग समय पर आते थे, कभी शाम सात बजे तो कभी रात 10 बजे और कभी तड़के तीन बजे। लेकिन, शुक्रवार रात को समय रहते सूचना मिल गई और ये पकड़ में आ गए। मोटी रकम लेकर नोएडा का कूड़ा यहां डाला जा रहा है। मामले में सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

पूर्वी दिल्ली के उपमहापौर बिपिन बिहारी सिंह का कहना है कि कूड़े के निस्तारण के लिए पूर्वी निगम जद्दोजहद कर रहा है। अभी तक इसका पूर्ण निदान नहीं हो सका है। बिजली संयंत्र को आठ एकड़ अतिरिक्त जगह इसी वजह से दी गई कि यहां दो हजार मीट्रिक टन कचरे का निस्तारण हो सके। लेकिन, यहां अलग ही खेल होने लगा।

पूर्वी दिल्ली के आयुक्त डॉ. रणबीर सिंह ने बताया कि कचरा निस्तारण पूर्वी दिल्ली के लिए बड़ी चुनौती है। इसके लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं। बिजली संयंत्र को किसी अन्य राज्य से कचरा लेने का आदेश नहीं दिया गया था। इस मामले में जांच बैठा दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

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