Arvind Kejriwal: पहली बार वर्ष 2011 में तिहाड़ जेल गए थे केजरीवाल, जानिए क्या था मामला
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सोमवार यानी 1 अप्रैल को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अब खत्म हो चुकी आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। केजरीवाल की ईडी की रिमांड सोमवार को खत्म हो गई थी। कोर्ट के आदेश के बाद आप नेताओं और समर्थकों के भारी विरोध के बीच अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल ले जाया गया।
गौतम कुमार मिश्रा, पश्चिमी दिल्ली। देश की सबसे बड़ी जेल में सोमवार को बंदी के तौर पर पहुंचे अरविंद केजरीवाल पहले भी यहां दो बार आ चुके हैं, लेकिन दोनों बार जब वह तिहाड़ पहुंचे थे, तब मुख्यमंत्री नहीं थे और न ही उन पर किसी घोटाले में शामिल होने का आरोप था।
पहली बार हुआ है कि मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए उन पर एक घोटाले में लिप्त होने का आरोप लगा है और वे एक बंदी के रूप में तिहाड़ पहुंचे। सोमवार दिन में जब जेलकर्मियों को पता चला कि मुख्यमंत्री एक बंदी के तौर पर तिहाड़ पहुंच रहे हैं तो सभी पुरानी यादों को टटोलने में जुट गए।
पूर्व में केजरीवाल कितनी बार जेल एकबंदी के तौर पर आए और किस जेल में रहे, इसे लेकर लोग बातें करने लगें। जेलकर्मियों का कहना था कि अरविंद केजरीवाल पूर्व में दो बार बंदी के रूप में आए जरूर, लेकिन तब उनकी छवि एक आंदोलनकारी एक नेता के रूप में थी, लेकिन इस बार दूसरी बात है।
वर्ष 2011 में अन्ना के साथ पहुंचे थे जेल
वर्ष 2011 में जब लोकपाल की मांग को लेकर अन्ना हजारे आंदोलन कर रहे थे, तब अरविंद केजरीवाल इस आंदोलन का एक प्रमुख चेहरा थे। तब धारा 144 का उल्लंघन नहीं करने से जुड़े पर्सनल बांड पर हस्ताक्षर नहीं करने के बाद अन्ना व उनके सहयोगियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया था।अन्ना के साथ जेल पहुंचे उनके सहयोगियों में अरविंद केजरीवाल भी थे। तब इस गिरफ्तारी के विरोध में बड़ी संख्या में अन्ना समर्थक जेल के बाहर जुटे थे। सुबह से शाम तक जेल के बाहर समर्थकों का तांता लगा रहता था।ये भी पढ़ें-दिल्ली CM की सुरक्षा को लेकर तिहाड़ जेल प्रशासन बरत रहा सतर्कता, केजरीवाल की सेल के पास कोई भी जघन्य अपराध का आरोपी नहीं
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