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IP यूनिवर्सिटी का पूर्वी कैंपस बनकर तैयार, 8 मई को CM केजरीवाल करेंगे उद्घाटन; छात्रों को मिलेंगी ये सुविधाएं

388 करोड़ रुपये की लागत से 19 एकड़ में बने आइपी के पूर्वी कैंपस में 2400 विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी। कैंपस में 21वीं सदी की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पाठ्यक्रम तैयार किए गए हैं।

By Jagran NewsEdited By: GeetarjunUpdated: Wed, 07 Jun 2023 01:39 AM (IST)
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IP यूनिवर्सिटी का पूर्वी कैंपस बनकर तैयार, 8 मई को CM केजरीवाल करेंगे उद्घाटन; छात्रों को मिलेंगी ये सुविधाएं
नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा] सूरजमल विहार स्थित गुरु गोविंद सिंह इन्द्रप्रस्थ (आईपी) विश्वविद्यालय का पूर्वी कैंपस बनकर तैयार हो गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आठ जून को इस कैंपस का उद्घाटन करेंगे।

शिक्षा मंत्री आतिशी ने पत्रकार वार्ता में ये जानकारी देते हुए कहा कि 388 करोड़ रुपये की लागत से 19 एकड़ में बने आइपी के पूर्वी कैंपस में 2400 विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी। कैंपस में 21वीं सदी की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पाठ्यक्रम तैयार किए गए हैं।

पढ़ाए जाएंगे ये कोर्स

इसमें रोबोटिक्स, आटोमेशन, डिजाइन एंड इनोवेशन जैसे पाठ्यक्रमों के साथ विद्यार्थियों को रोजगार के लिए तैयार किया जाएगा। विद्यार्थियों के लिए बीटेक इन रोबोटिक्स एंड आटोमेशन, बीटेक इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं डेटा साइंस, बीटेक इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व मशीन लर्निंग और बेचलर इन डिजाइन जैसे कोर्स पढ़ाए जाएंगे।

और क्या है खास?

उन्होंने कहा कि ये कैंपस 388 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। इस कैंपस में नौ मंजिला अकादमिक ब्लॉक है, साथ ही सात मंजिला एक मुख्य अकाडमिक ब्लॉक है जहां केंद्रीय पुस्तकालय, इन्क्यूबेशन सेंटर, लेक्चर थिएटर, कक्षाएं, शानदार ऑडिटोरियम, इंडोर स्पोर्ट्स हाल और रेजिडेंशियल आवासीय काम्प्लेक्स मौजूद हैं।

खेल के लिए भी सुविधाएं

खेल सुविधाओं का ध्यान रखते हुए स्पोर्ट्स हाल के साथ-साथ कैंपस में दो टेनिस कोर्ट व एक फुटबाल फील्ड का निर्माण भी किया जा रहा है। इस हाइटेक परिसर का निर्माण पांच स्टार रेटिंग के मानकों के साथ किया गया है। साथ ही ये 100 प्रतिशत ग्रीन कैंपस है।

शून्य ऊर्जा की खपत

इसकी बनावट के कारण ये शून्य ऊर्जा खपत वाला कैंपस है। इसके मुख्य अकादमिक ब्लॉक के छत में सोलर पैनल लगाए गए हैं। यहां बिजली की खपत कम होगी साथ ही कैंपस अपने लिए खुद बिजली उत्पादित करेगा।

इस इको-फ्रेंडली कैंपस में जीरो-सीवर डिस्चार्ज के साथ, जल संरक्षण भी किया जाएगा और कैंपस में इस्तेमाल होने वाले पानी का उपचार समाधान करके बागवानी में इस्तेमाल किया जाएगा। वहीं, तापमान कम करने के लिए फ्लाइएश से बनी ईंट का प्रयोग होगा हर बिल्डिंग के ऊपर सोलर पैनल की व्यवस्था की गई है।

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