केजरीवाल के पत्र पर CM आतिशी और AAP विधायक सड़कों पर उतरेंगे, निरीक्षण करने के बाद खराब सड़कों की होगी मरम्मत
केजरीवाल के पत्र लिखने के बाद एक्शन में आप सरकार दिखाई दे रही है। सीएम का दावा है कि दीपावली तक दिल्ली की सड़कें गड्ढा मुक्त हो जाएंगी। सीएम आतिशी दक्षिणी व दक्षिण पूर्वी गोपाल राय उत्तरी पूर्वी कैलाश गहलोत पश्चिमी व दक्षिण पश्चिमी इमरान हुसैन मध्य व नई दिल्ली सौरभ भारद्वाज पूर्वी तथा मुकेश अहलावत उत्तरी व उत्तर पश्चिमी दिल्ली में सड़कों का निरीक्षण करेंगे।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली की टूटी सड़कों को ठीक करने को लेकर सीएम आतिशी (Delhi CM Atishi) को सौंपे गए मांग पत्र के बाद से आप सरकार एक्शन में है। इसे लेकर सीएम आतिशी ने रविवार को अवकाश के बावजूद दिल्ली सचिवालय में सभी मंत्रियों और पीडब्ल्यूडी के साथ मैराथन बैठक की।
सीएम आतिशी ने निर्णय लिया कि सोमवार से पूरी कैबिनेट स्थानीय विधायकों और पीडब्ल्यूडी के अफसरों के साथ सुबह छह बजे से दिल्ली की सड़कों पर उतरेंगी।
इस सप्ताह करेंगे सड़कों का मूल्यांकन
सीएम और मंत्री एक-एक सड़क का मूल्यांकन करेंगे कि उसकी मरम्मत करनी है या दोबरा बनानी है। इस सप्ताह पीडब्ल्यूडी की 1400 किलोमीटर सड़कों के मूल्यांकन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी और इसके अगले सप्ताह से सड़कों को ठीक करने का काम शुरू हो जाएगा। सीएम आतिशी ने बताया कि दीपावली से पहले पीडब्ल्यूडी की सभी सड़कों को दुरुस्त करने का लक्ष्य रखा है।दिल्ली सचिवालय में हुई बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने प्रेस वार्ता कर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिन अरविंद केजरीवाल और मैंने दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में सड़कों की स्थिति का निरीक्षण किया है।
सड़कों की इसलिए हुई बदतर हालत
सीएम ने भी माना है कि दिल्ली की सड़कों का बहुत बुरा हाल है। जगह-जगह सड़कें टूटी हुई हैं। बरसात की वजह से सड़कों पर गड्ढे हैं। दिल्ली जल बोर्ड, बीएसइएस और टाटा पावर ने अलग-अलग कारणों से अपने काम किए हैं, लेकिन उसके बाद सड़कों को दोबारा नहीं बनाया है। लिहाजा, दिल्ली की जनता टूटी हुई सड़कों से परेशान है।रविवार को हुई बैठक में शामिल रहे मंत्री अधिकारी
रविवार को दिल्ली सचिवालय में हुई बैठक में सभी मंत्री, मुख्य सचिव और पूरा पीडब्ल्यूडी विभाग मौजूद रहा। एक घंटे चली इस बैठक में पीडब्ल्यूडी की 1400 किलोमीटर सड़कों की व्यापक समीक्षा हुई कि कौन सी ऐसी सड़कें हैं जो पूरी तरह से टूटी हुई हैं, जिनका पुनर्निर्माण करने की जरूरत है।
कौन सी ऐसी सड़कें हैं जिनमें कुछ हिस्से टूटे हुए हैं, जहां 100 से 200 मीटर सड़क का निर्माण करना है और कौन सी वह सड़कें हैं जहां छोटे-छोटे गड्ढे हैं और उन्हें भरने की जरूरत है।
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