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Ratan Tata News: रतन टाटा के निधन पर दिल्ली CM आतिशी ने जताया दुख, कहा- उन्होंने हमेशा देश को सबसे ऊपर रखा

देश के जाने-माने उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार रात को निधन हो गया। उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन से देशभर में शोक की लहर है। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने भी रतन टाटा के जाने पर दुख जताया है। रतन टाटा को भारत के दो सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण (2000) और पद्म विभूषण (2008) से भी सम्मानित किया जा चुका है।

By Jagran News Edited By: Geetarjun Updated: Thu, 10 Oct 2024 01:06 AM (IST)
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उद्योगपति रतन टाटा ने बुधवार को ली अंतिम सांस।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के बड़े उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार रात को निधन हो गया। उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन से उद्योग जगत से लेकर देशभर में शोक की लहर है। वहीं, दिल्ली की मुख्यमंत्री ने रतन टाटा के जाने पर दुख जताया है।

सीएम आतिशी ने जताया दुख

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने भी रतन टाटा की मृत्यु पर दुख जताया है। उन्होंने सोशल साइट एक्स पर पोस्ट किया। आतिशी ने कहा, रतन टाटा जी के निधन के बारे में सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ है। उन्होंने नैतिक नेतृत्व का उदाहरण पेश किया। हमेशा देश और उसके लोगों के कल्याण को सबसे ऊपर रखा। उनकी दयालुता, विनम्रता और बदलाव लाने के जुनून को हमेशा याद रखा जाएगा। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।

आईसीयू में हुए थे भर्ती

रतन टाटा मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में गंभीर हालत में आईसीयू में भर्ती कराया गया था। पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब थी। बुधवार की शाम को उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने की खबर आई थी। इससे पहले सोमवार को भी रतन टाटा की तबीयत बिगड़ने की खबर आई थी, लेकिन रतन टाटा ने कुछ देर बार ही खुद इस खबर का खंडन किया था। 

28 दिसंबर 1937 को हुआ था जन्म

देश की जानी मानी हस्ती रतन टाटा को भारत के दो सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण (2000) और पद्म विभूषण (2008) से भी सम्मानित किए जा चुका है। रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर, 1937 को सूरत में हुआ था। उनके माता-पिता का नाम नवल टाटा और सूनी कमिसारीट था। जब रतन टाटा 10 साल के थे, तब वे अपने माता पिता से अलग हो गए थे। उसके बाद उन्हें जेएन पेटिट पारसी अनाथालय के माध्यम से उनकी दादी नवाजबाई टाटा ने औपचारिक रूप से गोद ले लिया था। रतन टाटा का पालन-पोषण उनके सौतेले भाई नोएल टाटा (नवल टाटा और सिमोन टाटा के बेटे) के साथ हुआ।

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प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

रतन टाटा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के कैंपियन स्कूलसे की। यहां से उन्होंने 8वीं तक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद, आगे की पढ़ाई के लिए वे मुंबई में कैथेड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल और शिमला में बिशप कॉटन स्कूल गए। इसके बाद रिवरडेल कंट्री स्कूल, न्यूयॉर्क शहर में शिक्षा प्राप्त की है। वे कॉर्नेल विश्वविद्यालय और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के पूर्व छात्र हैं।

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