Delhi: सेक्रेटरी से अफेयर, चाकू से हत्या... जब राष्ट्रपति के डॉक्टर ने प्रेमिका के लिए कराया पत्नी का मर्डर
अब हम आपको 50 साल पहले हुए विद्या जैन हत्याकांड के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं एक पति ने अपनी पत्नी की हत्या की सुपारी क्यों दी। मामला 1973 का है जब डॉ नरेंद्र जैन जब तत्कालीन भारत के राष्ट्रपति वीवी गिरि के निजी आंखों के सर्जन डॉ नरेंद्र सिंह जैन सवालों के घेरे में थे।
By Nitin YadavEdited By: Nitin YadavUpdated: Sat, 24 Jun 2023 04:46 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। दिल्ली में बीते कुछ वक्त से कई ऐसे मामले देखने को मिल रहे हैं,जिसने लोगों को एक बार फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है। बीते साल श्रद्धा वालकर हत्याकांड और निक्की हत्याकांड ने दिल्ली के लोगों को हिलाकर रख दिया था।
इसके बाद लोगों को प्यार जैसे शब्द पर सोचने को मजबूर कर दिया और कई सवाल खड़े होने लगे, लेकिन इन सबके बीच आपको एक ऐसे हत्याकांड के बारे में बताते हैं, जिसने दिल्ली की सर्द रातों में चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया था।
अब हम आपको 50 साल पहले हुए विद्या जैन हत्याकांड के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं एक पति ने अपनी पत्नी की हत्या की सुपारी क्यों दी। मामला 1973 का है जब डॉ नरेंद्र जैन जब तत्कालीन भारत के राष्ट्रपति वीवी गिरि के निजी आंखों के सर्जन डॉ नरेंद्र सिंह जैन सवालों के घेरे में थे।
4 दिसंबर की तारीख को दिल्ली की सर्द शाम डॉक्टर नरेंद्र सिंह जैन दिल्ली स्थित अपने क्लिनिक से पॉश कॉलोनी स्थित अपने घर लौट और अपनी पत्नी को अपनी बहन के घर मिलने जाने के लिए कहा।
डॉक्टर जैन अपनी पत्नी के साथ करीब सवा सात बजे घर से निकलते हैं और दोनों कार की ओर बढ़ते हैं। इसी बीच वह देखता है कि पत्नी कार में नहीं है और उसको कार के पास नाले में कुछ गिरने की आवाज आती है। इसके बाद वह नाले में देखता है तो एक आकृति पड़ी हुई है। तभी एक व्यक्ति नाले से निकला और वहां से भाग जाता है।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद डॉक्टर ने अपने घर में काम करने वाले और मेहमानों की मदद से शव को नाले से बाहर निकाला और देखा की विद्या के शरीर से खून बह रहा है। इसके बाद वह नरेंद्र सिंह जैन अपनी पत्नी को कार में डालकर पास के एक हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों की मानें तो विद्या के शरीर पर चाकू से घाव के 14 निशान थे।
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