Delhi Dhanteras 2024 धनतेरस पर दिल्ली के बाजारों में जमकर खरीदारी हुई। सोने-चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद लोगों ने जमकर खरीदारी की। धनतेरस पर दिल्ली के बाजारों में करीब 10 हजार करोड़ रुपये की धनवर्षा हुई है। मंगलवार को 24 कैरेट सोने का दाम 81500 प्रति 10 ग्राम का बिका जबकि चांदी रिकार्ड एक लाख 500 रुपये प्रति किलो रहा।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। आशंकाएं निर्मूल साबित हुईं। सोने व चांदी के दाम में वृद्धि के बावजूद धनतेरस पर दिल्ली के खरीदारों में उत्साह देखा गया। कई बाजारों में देर रात तक दुकानें खुली रही, जहां गहनों के साथ ही सोने व चांदी के सिक्के व मूर्तियों समेत अन्य उत्पादों की खरीदारी होती रही। चांदनी चौक स्थित दरीबा कलां व कूचा महाजनी के साथ ही करोलबाग जैसे ज्वेलरी के थोक बाजारों की दुकानें खरीदारों से गुलजार रही। बाजार के जानकारों के अनुसार,
धनतेरस पर दिल्ली के बाजारों में करीब 10 हजार करोड़ रुपये की धनवर्षा हुई है। मंगलवार को 24 कैरेट सोने का दाम 81,500 प्रति 10 ग्राम का बिका, जबकि चांदी रिकार्ड एक लाख 500 रुपये प्रति किलो रहा।
सोने-चांदी और हीरे की खरीद में उत्साह
धनतेरस पर सोने-चांदी की खरीद को शुभ माना जाता है। साथ ही आवश्यकता तथा निवेश के लिए भी लोग बहुमूल्य धातु की खरीद करते हैं। इसलिए बाजार में सोने-चांदी के साथ हीरे के गहनों की खरीद में लोगों का उत्साह देखा गया।
शादियों का सीजन भी होता है शुरू
इस मौके पर वो परिवार भी खरीदारी करने पर जोर देते हैं, जिनके घर में शादी होनी है। या उपहार में सोने व हीरे के गहने देने हैं। अगले माह से शादियों का मौसम भी शुरू हो जाएगा। जिसके लिए खरीदारी के लिए लोगों ने इस खास दिन को चुना।
ज्वेलर्स ने ग्राहकों को ऐसे लुभाया
वहीं, ग्राहकों को लुभाने के लिए ज्वेलर्स ने मेकिंग चार्ज में 10 से 100 प्रतिशत की छूट के साथ हीरे के गहनों में 10 से 50 प्रतिशत तक की छूट दी थी। इसी तरह, सोने के गहनों में भी 10 से 40 प्रतिशत की छूट की पेशकश की थी।
साथ ही दुकानों के साथ ही बाजारों में बेहतर तरीके से सजावट की गई थी। खरीदारों की भीड़ से कहीं बाजारों में अव्यवस्था न पैदा हो इसके लिए भागीरथ पैलेस जैसे संकरे व थोक बाजारों में पुलिसबल की भी तैनाती रही।
ज्वेलर्स की पहले से थी तैयारियां
दरीबा ज्वेलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष तरुण गुप्ता के अनुसार, अधिकतर लोगों ने समय रहते बुकिंग करा ली थी और मंगलवार को उसका डिलीवर लिया। जबकि, बहुत खरीदारों ने सीधे मोलभाव कर व ज्वेलरी पसंद कर खरीदारी की। ग्राहकों की पसंद के मद्देनजर ज्वेलर्स ने तैयारियां पहले से कर ली थीं, जिसमें हल्के वजन के नए डिजाइन के गहने प्रमुख थे।
उनके अनुसार, धनतेरस पर दिल्ली के ज्वेलरी की दुकानों पर करीब आठ से 10 करोड़ रुपये की बिक्री का अनुमान है। दिल्ली में करीब सात हजार ज्वेलरी की दुकानें हैं।
लोगों ने निवेश पर दिया जोर
ऑल बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन, कूचा महाजनी के चेयरमैन योगेश सिंघल के मुताबिक, लोगों ने बुलियन में निवेश पर जोर दिया, जिसके चलते सोने व चांदी के बिस्कुट की भी मांग रही। करोलबाग के ज्वेलर्स पुनीत भोला के अनुसार, बिक्री का यह रुख और बेहतर होता अगर सोने व चांदी के दाम थोड़े कम होते।
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