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Delhi: फैक्ट्री में कटा शख्स का हाथ, डॉक्टरों ने पैर की उंगलियों को काटकर बना दिया अंगूठा; 8 घंटे चली सर्जरी

फैक्ट्री में काम करने के दौरान बायें हाथ के अंगूठे सहित चार उंगलियां गंवा चुके उत्तराखंड के एक 44 वर्षीय पुरुष मरीज की गंगाराम अस्पताल के डाक्टरों ने सर्जरी की। डॉक्टरों ने मरीज के हाथ की कटी हुई तीन उंगुलियों को वापस जोड़ने में कामयाबी हासिल की।

By Ranbijay Kumar SinghEdited By: Abhi MalviyaUpdated: Thu, 26 Jan 2023 07:54 PM (IST)
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डॉक्टरों ने पैर के उंगलियों काटकर बना दिया अंगूठा। (फाइल फोटो)
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। फैक्ट्री में काम करने के दौरान बायें हाथ के अंगूठे सहित चार उंगलियां गंवा चुके उत्तराखंड के एक 44 वर्षीय पुरुष मरीज की गंगाराम अस्पताल के डॉक्टरों ने सर्जरी की। डॉक्टरों ने आठ घंटे की माइक्रो सर्जरी में पीड़ित मरीज के हाथ की कटी हुई तीन उंगुलियों को वापस जोड़ने में कामयाबी हासिल की।

इसके अलावा मरीज के दाहिने पैर की दूसरे उंगली को हाथ का अंगूठा बनाकर प्रत्यारोपित किया। डॉक्टरों ने यह सर्जरी सात जनवरी को की थी। अस्पताल के डॉक्टर बताते हैं कि अब पीड़ित मरीज के हाथ की उंगुलियों ने धीरे-धीरे काम करना शुरू कर दिया है।

अंगूठा बनाना था जरूरी

अस्पताल के प्लास्टिक एंड कास्मेटिक सर्जरी विभाग के चेयरमैन डा. महेश मंगल ने कहा कि घटना के बाद पीड़ित मरीज सात जनवरी की शाम को अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे थे। पीड़ित के बायें हाथ का अंगूठे और तीन उंगलियां हथेली के साथ कट कर अलग हो गई थीं। वह कटी हुई तीन उंगुलियों को पालीथिन में रख कर के अपने साथ लेकर आए थे लेकिन अंगूठा नहीं था। इसलिए तीन उंगलियां को जोड़ने के साथ-साथ अंगूठे को बनाने की भी चुनौती थी, क्योंकि अंगूठे के बगैर हाथ से ठीक से काम नहीं हो पाता। इसलिए अंगूठा बनाना जरूरी था। इसलिए तीन उंगुलियों को जोड़ने के बाद पीड़ित मरीज के दाहिने पैर की दूसरी उंगली निकाली गई और उसे हाथ में प्रत्यारोपित किया गया।

सर्जरी को लेकर डॉक्टरों ने क्या कहा?

डा. महेश मंगल ने बताया कि किसी भी हादसे में हाथ पैर के कटे हुए हिस्से को पहले साफ पानी से ठीक से साफ कर लेना चाहिए। इसके बाद उसे साफ पालीथिन में रखना चाहिए। इसके बाद उस पालीथिन को बर्फ से भरे दूसरे पालीथिन में डाल ले। इस दौरान यह ध्यान रखना चाहिए कि कटे हुए अंग का सीधा संपर्क बर्फ से न हो। इसके बाद जल्द मरीज को अस्पताल ले जाया जाना चाहिए।

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