दिल्ली में उमस भरी गर्मी ने बढ़ाई बिजली की खपत, सितंबर के दूसरे पखवाड़े में 6500 मेगावाट से अधिक रही मांग
उमस भरी गर्मी के कारण दिल्ली में सितंबर के दूसरे पखवाड़े में भी बिजली की अधिकतम मांग साढ़े छह हजार मेगावाट से ज्यादा रह रही है। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार सितंबर में बिजली की ज्यादा मांग रह रही है। यदि मौसम इसी तरह का बना रहा तो आने वाले दिनों में बिजली की खपत और बढ़ सकती है।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। उमस भरी गर्मी के कारण राजधानी में सितंबर के दूसरे पखवाड़े में भी बिजली की अधिकतम मांग साढ़े छह हजार मेगावाट से ज्यादा रह रही है। शुक्रवार को अधिकतम मांग 6556 मेगावाट दर्ज की गई। बृहस्पतिवार को अधिकतम मांग 6660 मेगावाट दर्ज हुई थी।
इस बार सितंबर में स्थिति अलग
पिछले वर्षों की तुलना में इस बार सितंबर में बिजली की ज्यादा मांग रह रही है। यदि मौसम इसी तरह का बना रहा तो आने वाले दिनों में बिजली की खपत और बढ़ सकती है। बिजली अधिकारियों का कहना है कि पूर्व के वर्षों में सितंबर माह के दूसरे पखवाड़े में बिजली की खपत में कमी आने लगती थी, लेकिन इस बार स्थिति अलग है।
उमस भरी गर्मी से बढ़ी बिजली की खपत
वर्षा नहीं होने और उमस भरी गर्मी के कारण एयर कंडीशनर, कूलर व पंखों का ज्यादा उपयोग हो रहा है। इस कारण बिजली की मांग ज्यादा है। सितंबर में बिजली की सबसे अधिक मांग पिछले वर्ष 6687 मेगावाट थी। इस वर्ष यह 6993 मेगावाट तक पहुंच गई। अधिकतम मांग के साथ ही न्यूनतम मांग भी ज्यादा है।
बुधवार को न्यूनतम 4371 मेगावट रही मांग
बुधवार को सुबह लगभग सात बजे न्यूनतम मांग 4371 मेगावाट दर्ज की गई। अधिकारियों का कहना है कि बढ़ी हुई मांग को ध्यान में रखकर निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए जरूरी कदम उठाए गए हैं। बिजली की पर्याप्त व्यवस्था की गई है जिससे कि उपभोक्ताओं को किसी तरह की परेशानी न हो।
ये भी पढ़ें- बिजली बचत की दिशा में दिल्ली सरकार का बड़ा कदम, अधिक खपत वाली बिल्डिंगों का होगा एनर्जी ऑडिट
22 सितंबर को बिजली की मांग | सितंबर में अधिकतम मांग | ||
वर्ष | मांग (मेगावाट) | वर्ष | मांग (मेगावाट) |
2023 | 6556 | 05 सितंबर 2023 | 6993 |
2022 | 4776 | 09 सितंबर 2022 | 6687 |
2021 | 4692 | 07 सितंबर 2021 | 5548 |
2020 | 6057 | 18 सितंबर 2020 | 6231 |
2019 | 4633 | 11 सितंबर 2019 | 6626 |
2018 | 4270 | 01 सितंबर 2018 | 5358 |
ये भी पढ़ें- दिल्ली में महंगी बिजली का किन लोगों पर पड़ेगा असर, अब कितना अधिक आएगा बिल?