Delhi Pollution: प्रदूषण रोकने के लिए किया जा रहा पानी का छिड़काव; लागू हुआ ग्रेप का चौथा चरण, इन वाहनों के प्रवेश पर रोक
राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है। ऐसे में प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली अग्निशमन सर्विसेज ने दिल्ली सरकार के साथ हाथ मिलाया है। इसके तहत प्रदूषण के हॉटस्पॉट इलाकों में पानी का छिड़काव किया जा रहा है। 13 हॉटस्पॉट इलाकों की पहचान की गई है। वहीं दिल्ली फायर सर्विसेज ने कहा कि इसके लिए और वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे।
By Jagran NewsEdited By: Sonu SumanUpdated: Sun, 05 Nov 2023 04:54 PM (IST)
एजेंसी, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में लगातार चौथे दिन हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में बनी हुई है। अब प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली फायर सर्विसेज ने दिल्ली सरकार के साथ हाथ मिलाया है। राजधानी के हॉटस्पॉट इलाकों में फायर टेंडरों से पानी का छिड़काव किया जा रहा है, ताकि प्रदूषण को कम किया जा सके।
दिल्ली फायर सर्विस के डायरेक्टर अतुल गर्ग ने बताया, 'आज सुबह से पानी का छिड़काव शुरू कर दिया गया है। हमने 13 हॉट स्पॉट की पहचान की है और हमारा फोकस फिलहाल इन्हीं जगहों पर है। हमारे पास उपलब्ध सभी वाहनों का इस्तेमाल इसके लिए किया जा रहा है। अभी 11 गाड़ियों को ड्यूटी पर लगाया गया है। दिवाली के बाद और भी वाहनों को तैनात किया जाएगा।'
ग्रेप का चौथा चरण लागू
वहीं, दिल्ली में AQI 'गंभीर' (450 से ऊपर) श्रेणी में पहुंचने के चलते ग्रैप का चौथा चरण लागू हो गया है। इसको लेकर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) की उप समिति की बैठक हुई। इसमें इसका फैसला लिया गया। इसके तहत दिल्ली-एनसीआर में हर श्रेणी के निर्माण कार्य बंद हो जाएंगे। इस दौरान ट्रकों पर प्रतिबंध लग जाएगा। सिर्फ आवश्यक सेवाओं की डिलीवरी वाले वाहनों की ही एंट्री हो सकेगी।ये भी पढ़ें- Delhi Crime: वेस्ट विनोद नगर में चोरी के शक में शख्स की पीट-पीटकर हत्या, तीन गिरफ्तार
इन इलाकों में ये रहा एक्यूआई
सफर-इंडिया द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक हवा की गुणवत्ता रविवार को 410 रिकॉर्ड किया गया। हालांकि शनिवार को यह 504 था। लोधी रोड पर 385 (बहुत खराब), जबकि दिल्ली यूनिवर्सिटी में 456 (गंभीर) दर्ज किया गया। नोएडा में एक्यूआई 466 (गंभीर) दर्ज किया गया। वहीं गुरुग्राम में हवा की गुणवत्ता 392 (बहुत खराब) दर्ज किया गया।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।