Delhi Flood Alert: दिल्ली में बाढ़ का संकट बरकरार, फिर खतरे के निशान के ऊपर पहुंची यमुना
दिल्ली में बाढ़ का संकट एक बार फिर बन गया है। दिल्ली में यमुना नदी एक बार फिर खतरे के निशान के पार पहुंच गई हैं। हथिनीकुंड बराज से छोड़े गए पानी के कारण यमुना दिल्ली में खतरे के निशान के ऊपर पहुंच जाती है। पिछले दो दिनों से हथनीकुंड बैराज से प्रति घंटे 50 हजार क्यूसेक से कम पानी छोड़ा जा रहा था।
By Jagran NewsEdited By: Abhi MalviyaUpdated: Wed, 26 Jul 2023 06:44 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली में बाढ़ का संकट एक बार फिर बन गया है। दिल्ली में यमुना नदी एक बार फिर खतरे के निशान के पार पहुंच गई हैं। बुधवार को शाम 6 बजे यमुना का जलस्तर 205.47 दर्ज किया गया है। यमुना में खतरे का निशान 205.33 मीटर है।
Delhi | Water-level in Yamuna river rises above the danger mark of 205.33 meters, recorded at 205.47 meters at 6pm today.
— ANI (@ANI) July 26, 2023
रविवार से ही यह खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी, जिससे दिल्ली में एक बार फिर से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा था। मंगलवार शाम सात बजे जलस्तर खतरे के निशान 205.33 से नीचे आने पर दिल्लीवासियों ने राहत की सांस ली थी, लेकिन 24 घंटे के अंदर फिर से पहले वाली स्थिति हो गई।
इस कारण बढ़ा यमुना का जलस्तर
हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड में मूसलधार वर्षा होने और हथिनीकुंड बैराज से ज्यादा पानी छोड़ने से दिल्ली में यमुना का जलस्तर फिर से बढ़ रहा था। बैराज से पानी छोड़ने की मात्रा कम होने के बाद दिल्ली में यमुना के उफान में कमी आई थी। बुधवार सुबह हुई मसूलधार वर्षा से इसका जलस्तर फिर से बढ़ा है।
दिल्ली के साथ ही हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड व हरियाणा में ज्यादा वर्षा हुई तो इसका असर यमुना के जलस्तर पर पड़ेगा। पिछले दो दिनों से हथनीकुंड बैराज से प्रति घंटे 50 हजार क्यूसेक से कम पानी छोड़ा जा रहा था। बुधवार तड़के चार बजे तक प्रति घंटे लगभग 30 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था, लेकिन सुबह पांच बजे इसे बढ़ाकर 58 हजार क्यूसेक से ज्यादा कर दिया गया। पूर्वाह्न 11 बजे सबसे अधिक 65392 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।