Delhi Flood: ITO बैराज के बंद गेटों को खोलना बनी बड़ी चुनौती, 11 दिनों में खुले हैं पांच में से सिर्फ दो गेट
यमुना में एक बार फिर बाढ़ का खतरा बना हुआ है लेकिन आइटीओ बैराज के बंद तीन गेट अभी भी नहीं खोले जा सके हैं। हरियाणा के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग आर्मी और नौसेना की टीम आइटीओ बैराज के बंद गेटों को खोलने में जुटी हुई है। उनके लिए बैराज के बंद गेटों को खोलकर यमुना के बहाव में उत्पन्न अवरूद्ध को दूर करना बड़ी चुनौती बनी हुई है।
By Ranbijay Kumar SinghEdited By: Abhi MalviyaUpdated: Mon, 24 Jul 2023 12:39 AM (IST)
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। यमुना में एक बार फिर बाढ़ का खतरा बना हुआ है लेकिन आइटीओ बैराज के बंद तीन गेट अभी भी नहीं खोले जा सके हैं। हरियाणा के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग, आर्मी और नौसेना की टीम आइटीओ बैराज के बंद गेटों को खोलने में जुटी हुई है। उनके लिए बैराज के बंद गेटों को खोलकर यमुना के बहाव में उत्पन्न अवरूद्ध को दूर करना बड़ी चुनौती बनी हुई है।
आइटीओ बैराज में 32 गेट हैं। दिल्ली में बाढ़ आने पर यह बात सामने आई कि इस बैराज के पांच गेट (गेट नगर 28 से 32) रखरखाव ठीक नहीं होने के कारण कई वर्षों से बंद पड़े हैं। 13 जुलाई को इन बंद गेटों को खोलने का अभियान शुरू हुआ था।
मुंबई से आई थी नौसेना की टीम
15 जुलाई को मुंबई से नौसेना की टीम भी बुलाई गई। 16 जुलाई को नौसेना की टीम ने गेट को खोलने की कमान संभाली। इसके अलावा हरियाणा के सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग ने एक निजी एजेंसी को भी इस काम में लगाया है। फिर भी 11 दिनों में सिर्फ दो गेट खुल पाए हैं।अभी तीसरे गेट को खोलने की कवायद जल रही है। गेट खोलने के लिए वैक्युम प्रेशर मशीन व क्रेन लगाया गया है। लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिल पाई है। इसका कारण यह है कि बैराज के बंद गेट सिल्ट में दबे हुए हैं और पानी भी भरा हुआ है। यदि यह गेट जल्दी नहीं खुले तो यमुना का जलस्तर बढ़ने पर समस्या बढ़ सकती है।
रिपोर्ट इनपुट- रणविजय सिंह