Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Delhi Floods: एक नदी अपना रास्ता कभी नहीं भूलती.. लाल किले तक यमुना का पानी पहुंचते ही लोगों को याद आया इतिहास

कहते हैं नदी अपना रास्ता कभी नहीं भूलती... राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आई बाढ़ ने इसी वाक्य को दोहराने को मजबूर कर दिया है। यमुना में आई बाढ़ ने दिल्ली के एक बड़ हिस्से को जलमग्न कर दिया है। दिल्ली में यमुना ने पिछले 45 वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ दिया। वर्ष 1978 में भी यमुना का जलस्तर 207.49 मीटर तक पहुंच गया था।

By GeetarjunEdited By: GeetarjunUpdated: Sat, 15 Jul 2023 09:49 PM (IST)
Hero Image
यमुना का जलस्तर बढ़ने से लाल किला के पास पहुंचा पानी।

नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। कहते हैं नदी अपना रास्ता कभी नहीं भूलती... राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आई बाढ़ ने इसी वाक्य को दोहराने को मजबूर कर दिया है। यमुना में आई बाढ़ ने दिल्ली के एक बड़ हिस्से को जलमग्न कर दिया है। दिल्ली में यमुना ने पिछले 45 वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ दिया। 1978 में पिछली यमुना का जलस्तर 207.49 मीटर तक पहुंच गया था, जो इस बार जलस्तर अपने सबसे उच्चतम स्तर 208.66 मीटर तक पहुंच गया था।

यमुना का जलस्तर बढ़ गया है और नदी लाल किला के ठीक पीछे बह रह रही है। अगर इतिहास की बात करें तो यह नदी लाल किला के पास ही बहती थी। नदी न तो सड़क पर बह रही है और ना ही किसी के घर या बाजार में घुस रही है। वह तो बस अपने पुराने मार्ग पर लौटी है। यमुना का जब जलस्तर बढ़ा है, तो नदी ने अपना पुराना रास्ता ही खोज लिया है।

लाल किला गुरुवार शाम को आगंतुकों के लिए बंद कर दिया गया था और दिल्ली में बाढ़ की स्थिति के कारण शुक्रवार को भी बंद रहना था। ट्विटर पर इसके फोटो भी वायरल हो रहे हैं। सोशल मीडिया लोग प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं और फोटो भी वायरल कर रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि यमुना नदी ने अपना पुराना रास्ता खोज लिया है।

लोगों ने इस दृश्य की तुलना 19वीं शताब्दी के मुगल-युग के चित्रों से की है। इसमें लाल किले के साथ बहती हुई यमुना दिख रही है। तस्वीर के जरिए नदी के इतिहास के बारे में बताया जा रहा है कि कैसे नदी का स्थान बदल गया है। साथ ही राजधानी का क्षेत्र बढ़ता चला गया।

दिल्ली में गुरुवार को यमुना का जलस्तर 208.66 मीटर पहुंच गया था, जो अब तक का सबसे ज्यादा स्तर था। यमुना का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली की सड़कें जलमग्न हो गईं। यमुना का पानी मुगलकालीन विरासत तक भी पहुंच गया।

राजघाट और पुराना किला इलाकों जलभराव हो गया। इस दौरान जलमग्न सड़कों के बीच से गुजर रहे थे। राहत की बात यह है कि अब यमुना का जलस्तर घटने लगा है और शनिवार (15 जुलाई) को जलस्तर 206.97 मीटर तक पहुंच गया।

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें