Move to Jagran APP

नवजात बच्चों की जानकारी U-WIN पोर्टल पर हो अपलोड, दिल्ली सरकार ने अस्पतालों को दिए निर्देश

दिल्ली सरकार ने सभी अस्पतालों को नवजात बच्चों की जानकारी U-WIN पोर्टल दर्ज करने का आदेश दिया है। एम्स आरएमएल लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (एलएचएमसी) जीटीबी सहित कई अस्पताल डिलीवरी पोर्टल यू-विन पोर्टल पर जानकारी दर्ज नहीं कर रहे हैं। दिल्ली राज्य हेल्थ मिशन की बैठक में यह उठ चुका है। इस पोर्टल को दिल्ली के सभी जिलों में लागू किया गया है।

By Ranbijay Kumar Singh Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Fri, 26 Jul 2024 03:18 PM (IST)
Hero Image
दिल्ली सरकार ने सभी अस्पतालों को दिया निर्देश। फाइल फोटो
रणविजय सिंह, नई दिल्ली। राजधानी के बड़े अस्पतालों द्वारा यू-विन पोर्टल पर जन्म लेने वाले नवजात बच्चों की जानकारी दर्ज नहीं करने के मामले को दिल्ली राज्य हेल्थ मिशन और दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने गंभीरता से लिया है।

यही वजह है कि दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने एम्स, आरएमएल, लेडी हार्डिंग मेडिकल कालेज (एलएचएमसी), जीटीबी, हेडगेवार सहित संबंधित अस्पतालों को सख्त निर्देश जारी कर कहा है कि सभी अस्पताल प्रसव के बाद डिलीवरी प्वाइंट पर बच्चों के स्वास्थ्य और जन्म के 24 घंटे में लगे टीकों की जानकारी अनिवार्य रूप से दर्ज करने का निर्देश दिया है।

असल में कोरोना के टीकाकरण में कोविन ऐप व पोर्टल के इस्तेमाल के बाद उसी के तर्ज पर बच्चों के नियमित टीकाकरण के लिए यू-विन पोर्टल का इस्तेमाल शुरू किया गया है। ताकि बच्चों के टीकाकरण का पूरा रिकॉर्ड यू-विन पोर्टल पर मौजूद रहे।

इसका फायदा यह है कि बच्चों को टीके की दूसरी डोज का समय आने पर पंजीकृत मोबाइल पर मैसेज भेजकर माता-पिता को बच्चों को टीका दिलाने के लिए अलर्ट भेजा जाएगा। इसका मकसद बच्चों का टीकाकरण बढ़ाना है।

बाकायदा ट्रायल कर यू-विन पोर्टल को दिल्ली के सभी जिलों में लागू किया गया है। लेकिन एम्स, आरएमएल, एलएचएमसी के अस्पताल, जीटीबी सहित कई अस्पताल डिलीवरी प्वाइंट पर बच्चों की जानकारी यू-विन पोर्टल पर दर्ज नहीं कर रहे हैं।

पिछले दिनों यह मामला दिल्ली राज्य स्वास्थ्य मिशन की बैठक में उठा था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित अस्पतालों को निर्देश जारी कर यू-विन पोर्टल पर बच्चों की जानकारी दर्ज करने के लिए कहा है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।