दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर्स की होंगी भर्तियां, अक्टूबर से शुरू होंगे इंटरव्यू; यहां जानें सबकुछ
Delhi Government Hospital दिल्ली सरकार ने अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी को दूर करने के लिए अनुबंध पर 212 डॉक्टरों की नियुक्ति करने का फैसला किया है। इस कदम से अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी थोड़ी कम होगी लेकिन समस्या पूरी तरह खत्म नहीं होगी। डॉक्टरों की नियुक्ति के लिए वॉक-इन इंटरव्यू 9 अक्टूबर से शुरू होंगे।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। हाईकोर्ट द्वारा गठित कमेटी की रिपोर्ट में दिल्ली सरकार के अस्पतालों में डॉक्टर्स की भारी कमी का मामला सामने आने और इस मामले को लेकर सियासी घमासान के बाद आखिरकार अब स्वास्थ्य विभाग ने अनुबंध पर डॉक्टर्स की नियुक्ति की पहल की है। इसके तहत विशेषज्ञ कैडर (गैर शैक्षणिक) के 212 डॉक्टर वॉक इन इंटरव्यू के आधार दिल्ली सरकार के विभिन्न अस्पतालों में जल्द नियुक्त किए जाएंगे। इससे अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टर्स की कमी थोड़ी कम होगी, लेकिन समस्या पूरी तरह खत्म नहीं होगी।
इस नियुक्ति प्रक्रिया के तहत दस विभागों के विशेषज्ञ डॉक्टर नियुक्त किए जाएंगे। जिसमें मेडिसिन, गायनी, सर्जरी, एनेस्थीसिया, पीडियाट्रिक, पैथोलॉजी, ऑर्थोपेडिक, रेडियोलॉजी, ईएनटी व नेत्र विज्ञान विभाग शामिल हैं। मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (एमएएमसी) के डीन कार्यालय में नौ अक्टूबर से वॉक इन इंटरव्यू शुरू होगा।
कब किस विभाग के होंगे इंटरव्यू
शुरुआती दो दिन नौ और दस अक्टूबर को मेडिसिन, गायनी व सर्जरी विभाग में डॉक्टर्स की नियुक्ति के लिए इंटरव्यू होगा। इसके बाद 11 से 14 अक्टूबर तक एनेस्थीसिया, पीडियाट्रिक व पैथोलॉजी विभाग के लिए, 15-16 अक्टूबर को आर्थोपेडिक व रेडियोलॉजी विभाग के लिए और 18-19 अक्टूबर को ईएनटी व नेत्र विज्ञान विभाग के डॉक्टर्स की नियुक्ति के लिए इंटरव्यू होगा।
सुबह 9 बजे इंटरव्यू देने पहुंचें डॉक्टर
मेडिकल स्नातकोत्तर या एमबीबीएस के बाद पीजी डिप्लोमा करने वाले इच्छुक डॉक्टर निर्धारित तिथि को सुबह नौ बजे एमएएमसी के डीन कार्यालय में इंटरव्यू देने पहुंच सकते हैं। ये डॉक्टर एक वर्ष या स्थायी तौर पर विशेषज्ञ डॉक्टर्स की नियुक्ति होने तक अस्पतालों में सेवाएं दे सकेंगे।
सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर्स की कमी
समिति की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली सरकार के 38 अस्पतालों में विशेषज्ञ कैडर के डॉक्टर्स के 1700 पद हैं। जिसमें से 882 डॉक्टर अस्पतालों में नियुक्त हैं। शेष 818 (48.11 प्रतिशत) डॉक्टर्स की कमी है।
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ऐसे में अनुबंध पर 212 विशेषज्ञ डॉक्टर्स की नियुक्ति होने के बाद भी 676 विशेषज्ञ डॉक्टर्स की कमी बनी रहेगी। जनरल ड्यूटी मेडिकल ऑफिसर (जीडीएमआ) स्तर के डॉक्टर्स के 741 सृजित पद हैं। जिसमें से 189 खाली है।