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Old Vehicles In Delhi: दिल्ली में पुराने वाहनों को जब्त करने का अभियान शुरू, 50 लाख गाड़ियां रडार पर

Old Vehicles In Delhi पूरी दिल्ली में यह अभियान चलेगा। स्क्रैप यूनिट में इन वाहनों को लाकर इनकी कीमत निकाली जाएगी। इस कार्य के लिए 80 टीमों का गठन किया जाएगा। उन्हें हर दिन शहर के विभिन्न हिस्सों में तैनात किया जाएगा।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Thu, 30 Mar 2023 08:16 AM (IST)
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Old Vehicles In Delhi: दिल्ली में पुराने वाहनों को जब्त करने का अभियान शुरू
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। दिल्ली सरकार ने 10 साल से अधिक पुराने डीजल और 15 साल से अधिक पुराने पेट्रोल वाहनों को बुधवार से जब्त करने का अब तक का सबसे बड़ा अभियान शुरू कर दिया। पहले दिन 50 वाहनों को जब्त किया गया। इन वाहनों को जब्त कर सीधे स्क्रैप कराने के लिए भेजा गया। अभी 10 डेडिकेटेड टीमें लगाई गई हैं और इसमें पंजीकृत स्क्रैप डीलर क्रेन के साथ शामिल हैं।

पूरी दिल्ली में चलेगा अभियान

अभी सिविल लाइंस इलाके पर फोकस किया गया है। पूरी दिल्ली में यह अभियान चलेगा। स्क्रैप यूनिट में इन वाहनों को लाकर इनकी कीमत निकाली जाएगी और कीमत संबंधित वाहन मालिकों को दी जाएगी। सार्वजनिक स्थानों और सड़कों के किनारे खड़े पुराने वाहनों को जब्त किया जा रहा है।

सरकार ने इन वाहनों को लेकर तीन विकल्प दिए हैं। ऐसे वाहन मालिक परिवहन विभाग से एनओसी लेकर अपने वाहन को अन्य राज्यों में पंजीकृत करा लें, इन वाहनों को इलेक्ट्रिक में बदलवा लें या फिर इन्हें समाप्त करा लें।

बता दें कि दिल्ली में जनवरी 2022 से फरवरी 2023 तक डीरजिस्टर किए गए 55 लाख वाहन परिवहन विभाग के रडार पर हैं। क्योंकि परिवहन विभाग पुराने वाहनों को सड़कों से हटाना चाहता है जो राजधानी में वायु प्रदूषण के सबसे बड़े कारणों में से एक हैं।

रडार पर 50 लाख वाहन 

एक परिवहन प्रवर्तन अधिकारी ने बताया कि जल्द ही इस कार्य के लिए 80 टीमों का गठन किया जाएगा। उन्हें हर दिन शहर के विभिन्न हिस्सों में तैनात किया जाएगा, खासकर उन सड़कों पर जहां वाहनों की भारी भीड़ देखी जाती है, फिलिंग स्टेशनों पर और अन्य स्थानों पर डी-रजिस्टर की जांच की जाएगी, जो वाहन नियम विरुद्ध चल रहे हैं, उन्हें जब्त कर स्क्रैपिंग के लिए भेजा जाएगा।

परिवहन विभाग ने उम्र पूरी कर चुके 50 लाख से अधिक वाहनों का पंजीकरण रद कर दिया है। जिनमें से 4,698,391 पेट्रोल से, 415,362 डीजल इंजन वाले और 41,311 सीएनजी पर चलने वाले थे।

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