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दिल्ली में आत्महत्या के मामलों को रोकने के लिए विद्यार्थियों को किया जाएगा जागरूक, जल्द शुरू होगा अभियान

दिल्ली के सरकारी सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों में विद्यार्थियों को मानसिक स्वास्थ्य और आत्महत्या की रोकथाम के लिए जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में सभी स्कूलों को निर्देश दिया कि स्कूलों में आत्महत्या की रोकथाम से संबंधित गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जाए। स्कूलों को में प्रार्थना सभा में विद्यार्थियों को खुद को नुकसान न पहुंचाने के बारे में जागरुक करना चाहिए।

By Ritika MishraEdited By: Nitin YadavUpdated: Mon, 11 Sep 2023 04:03 PM (IST)
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दिल्ली में आत्महत्या के मामलों को रोकने के लिए विद्यार्थियों को किया जाएगा जागरूक।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी के सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों में विद्यार्थियों को मानसिक स्वास्थ्य और आत्महत्या की रोकथाम के लिए जागरुकता अभियान चलाया जाएगा।

शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में सभी स्कूलों को निर्देश दिया कि स्कूलों में आत्महत्या की रोकथाम से संबंधित गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जाए। इसमें स्कूलों में प्रार्थना सभा के दौरान शिक्षकों की ओर से विद्यार्थियों को खुद को नुकसान पहुंचाने और आत्महत्या के प्रयास करने के बारे में चर्चा करनी चाहिए और उन्हें ऐसा न करने के बारे में जागरूक करना चाहिए।

मानसिक स्वास्थ्य को सुरक्षा जाल के रूप में काम करें स्कूल

निदेशालय के अधिकारी ने कहा कि स्कूलों का न केवल विद्यार्थियों के प्रति शैक्षणिक दायित्व है, बल्कि विद्यार्थियों के सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य और समग्र विकास को सुनिश्चित करने में उनकी आवश्यक भूमिका है।

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ऐसे में यह जरूरी है कि स्कूल उन्हें उन जोखिम से बचाने के लिए एक सुरक्षा जाल के रुप में कार्य करें जो उनकी शिक्षा, विकास और मनोवैज्ञानिक-सामाजिक कल्याण में बाधा डाल सकते हैं।

16 सितंबर से शुरू होगा अभियान

उन्होंने कहा कि स्कूलों को संवेदनशीलता और सावधानी के साथ विद्यार्थियों में सकारात्मक दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। स्कूलों में 16 सितंबर तक विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों को जागरुक किया जाएगा।

निदेशालय के मुताबिक, इन गतिविधियों का लक्ष्य विद्यार्थियों, शिक्षकों और विभिन्न हितधारकों के बीत जीवन के महत्व के बारे में जागरुकता बढ़ाना है।

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