Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार प्राप्त MBBS छात्र को दिल्ली सरकार देगी वित्तीय सहायता, पूरे कोर्स की फीस करेगी वहन

राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार पानेवाले दिल्ली के छात्र अक्षित शर्मा को दिल्ली सरकार एमबीबीएस की पढ़ाई की पूरी फीस वहन करेगी। अक्षित शर्मा को 25.55 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दिल्ली सरकार से मिलेगी। शिक्षा मंत्री आतिशी ने इसे मंजूरी दे दी है। आतिशी ने राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार विजेता छात्र अक्षित और अक्षिता से मुलाकात भी की। दोनों को साल 2017 में वीरता पुरस्कार मिला था।

By uday jagtap Edited By: Sonu Suman Updated: Fri, 26 Jul 2024 06:16 PM (IST)
Hero Image
आतिशी ने राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार विजेता छात्र अक्षित और अक्षिता से मुलाकात की।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली सरकार से राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार पाने वाले एमबीबीएस छात्र अक्षित शर्मा को 25.55 लाख रुपये की वित्तीय सहायता मिलेगी। उच्च शिक्षा मंत्री आतिशी ने इसे मंजूरी दी है।

आतिशी ने राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार विजेता छात्र अक्षित और अक्षिता से मुलाकात भी की। दोनों को साल 2017 में राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार मिला था और पिछले सालों में भी दिल्ली सरकार अपने स्कीम के तहत इन दोनों छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए अनुदान देती आई है।

केजरीवाल सरकार बहादुरी दिखाने वाले बच्चों के साथ: आतिशी

उच्च शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा, "केजरीवाल सरकार देश-समाज के लिए बहादुरी दिखाने वाले बच्चों के साथ खड़ी है। इन बच्चों की बहादुरी पूरे देश के लिए मिसाल है। सरकार राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार पाने वाले दिल्ली निवासी छात्रों को उनके उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है।"

ऐसे छात्रों को कोर्स की पूरी फीस अनुदान में दी जाती है

इस योजना के तहत आने वाले छात्रों को जो देश के किसी उच्च शिक्षा संस्थान में पढ़ रहे है, उन्हें उनके कोर्स की शत प्रतिशत ट्यूशन फीस अनुदान में दी जाती है। साथ ही इन छात्रों को सालाना स्टेशनरी के लिए 5000 रुपये भी मिलते हैं।

इस योजना में उन छात्रों को एक विशेष वित्तीय सहायता के तहत प्रतिमाह 2500 रुपये दिए जाते है, जिनके मां-पिता की वार्षिक आय दो लाख से कम है। सरकार के दिल्ली हायर एजुकेशन एड ट्रस्ट के तहत छात्रों को ये अनुदान दिया जाता है।

यह भी पढ़ेंः निवेशकों के 'इंडेक्सेशन' लाभ हटाना जेब पर डाका डालने के बराबर, सरकार की गंभीर गलती; बोले राघव चड्ढा