पार्क की हरियाली बचाने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में चली जंग, बुजुर्ग को मिली जीत
पर्यावरण को नुकसान होता देखकर वर्तमान और आने वाली पीढ़ी के जीवन की चिंता ने 77 वर्षीय बुजुर्ग को इस कदर परेशान किया कि उन्होंने मोर्चा खोल दिया।
By Edited By: Updated: Tue, 29 May 2018 10:16 AM (IST)
नई दिल्ली (जेएनएन)। यह जागरूकता का ही असर है कि पर्यावरण संरक्षण के लिए लोग कोर्ट की शरण में भी जाने लगे हैं। पर्यावरण को नुकसान होता देखकर वर्तमान और आने वाली पीढ़ी के जीवन की चिंता ने 77 वर्षीय बुजुर्ग को इस कदर परेशान किया कि उन्होंने मोर्चा खोल दिया। पार्क की हरियाली बचाने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट तक गए और सफलता भी हासिल की।
आज उनके संघर्ष का ही नतीजा है कि यमुना विहार स्थित नगर निगम का हनुमान वाटिका नामक पार्क में हरियाली लहरा रही है। यमुना विहार में रहने वाले सेवानिवृत्त शिक्षक रघुराज सिंह धामा ने बताया कि उन्होंने वर्ष-2008 में अपने दोस्तों के साथ मिलकर हनुमान वाटिका में पौधे लगाए थे, लेकिन पर्यावरण को स्वच्छ बनाने का यह कार्य तत्कालीन विधायक को रास नहीं आया।उन्होंने पार्क से पौधे हटाने के लिए अधिकारियों को आदेश दे दिया, लेकिन वह इस आदेश के खिलाफ डटकर खड़े रहे। धामा ने बताया कि पार्क में रामलीला हुआ करती थी, लेकिन विधायक नहीं चाहते थे कि यहां हरियाली और पार्क को रामलीला हो। इसके खिलाफ वह दिल्ली हाई कोर्ट चले गए, लेकिन उन्होंने भी हार नहीं मानी और कोर्ट में साबित कर दिया कि हरियाली है तो पर्यावरण स्वच्छ है।
कोर्ट ने पर्यावरण के हक में फैसला दिया और रामलीला कमेटी पर 40 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। अब यहां पर रामलीला नहीं होती है। पार्क को विकसित करने पर हर दिन होती है चर्चा धामा ने बताया कि हाल में ही पार्क में हनुमान वाटिका निगरानी कमेटी के चुनाव हुए और इसमें सर्वसम्मति से उन्हें अध्यक्ष चुना गया।कमेटी के सदस्य प्रतिदिन पार्क में हैं और पार्क को किस तरह से विकसित करना है, इस पर चर्चा करते हैं। उन्होंने बताया कि जोन चेयरमैन व विधायक ने आश्वासन दिया है कि क्षेत्र के चार पार्कों का सुंदरीकरण किया जाएगा, जिनमें यह भी शामिल है।
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