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लाजपत नगर हिट एंड रन मामला: न्याय दिलाने में पुलिस हुई सुस्त तो इंसाफ के लिए बेटी ने कसी कमर

लाजपत नगर हिट एंड रन मामले में आरोपितों ने पीड़ित को अस्पताल भी नहीं पहुंचाया। हादसा सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गया। पुलिस अभी आरोपितों तक नहीं पहुंच सकी है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने एंबुलेंस को काल कर जानकारी दी। इसके बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची।

By Arvind Kuma DwivediEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Wed, 21 Dec 2022 08:17 AM (IST)
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लाजपत नगर हिट एंड रन मामला: न्याय दिलाने में पुलिस हुई सुस्त तो इंसाफ के लिए बेटी ने कसी कमर

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। लाजपत नगर में हिट एंड रन का मामला सामने आया है जिसमें पहले एक आटो में टक्कर मारी गई। फिर सड़क पर गिरे आटो चालक को कुचलते हुए कार चालक भाग गए। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि कार संभवत: युवती चला रही थी। घटनास्थल से मिले सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि हादसे के बाद आटो से उछलकर चालक सड़क पर गिर गया।

आरोपितों का अभी तक नहीं लगा पता

इसके बाद आरोपित उस पर कार चढ़ाते हुए भाग गए। घटनास्थल के आसपास कदम-कदम पर सीसीटीवी कैमरे होने के बावजूद पुलिस अभी तक आरोपितों का पता नहीं लगा सकी है। हालांकि पिता को इंसाफ दिलाने के लिए मृतक की बेटी एडवोकेट सुकन्या नागपाल ने कमर कस ली है। सुकन्या का कहना है कि आरोपितों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए वह घटनास्थल के आसपास की खाक छान रही हैं। उन्हें पुलिस जांच की सुस्त रफ्तार से काफी निराशा हुई है।

सुकन्या ने कहा कि पुलिस ठीक से जांच करे, वह कोर्ट में भी पुलिस को सहयोग करेंगी। जानकारी के अनुसार, मधु विहार निवासी अशोक नागपाल (60) आटो चलाते थे।15 दिसंबर की रात करीब डेढ़ बजे वह लाजपत नगर में वीर सावरकर मार्ग पर एक सवारी छोड़ने जा रहे थे। तभी तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी जिससे वह आटो से छिटककर सड़क पर जा गिरे। वहीं, टक्कर मारने वाली कार भी फुटपाथ से टकराकर रुक गई। इसके बाद कार चालक ने अशोक पर गाड़ी चढ़ाते हुए कार बैक की और भाग गए।

एक प्रत्यक्षदर्शी ने एंबुलेंस को काल कर जानकारी दी। इसके बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची। अस्पताल ले जाने पर अशोक को मृत घोषित कर दिया गया। प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हादसे के बाद तीन लोग गाड़ी से उतरे थे। इस दौरान कार चला रही लड़की पीछे बैठ गई और उनमें से एक युवक ड्राइविंग सीट पर बैठ गया। फुटेज में भी कुछ लोग गाड़ी से उतरते और फिर बैठते हुए नजर आ रहे हैं।

वहीं, पुलिस सूत्र ने बताया कि मौके पर मिली कार की टूटी हेडलाइट फोक्सवैगन पोलो कार की लग रही है।हालांकि कंपनी में ले जाने पर बताया गया कि यह कंपनी की ओरिजनल हेडलाइट नहीं है। मोडिफाइड लोकल लाइट है। इसलिए अभी पूरी तरह से कार की पहचान नहीं हो सकी है। कुछ अच्छी क्वालिटी की फुटेज की तलाश की जा रही है जिससे काड़ी का नंबर व अन्य जानकारी मिल सके।

बेटी ने लगाया लापरवाही का आरोप

अशोक नागपाल की बेटी एडवोकेट सुकन्या का कहना है कि जहां पर हादसा हुआ है उसके आसपास बहुत से सीसीटीवी कैमरे हैं जिनसे पुलिस को गाड़ी का नंबर से लेकर आरोपितों की तस्वीरें मिल सकती हैं। सुकन्या ने खुद भी कुछ सीसीटीवी फुटेज जुटाए हैं। सुकन्या ने कहा कि जिस जगह हादसा हुआ वहां पर खंभे पर सीसीटीवी कैमरा लगा था लेकिन अब वहां कैमरा नहीं है। इससे भी आशंका हो रही है।

पिता को इंसाफ दिलाने के लिए बेटी कर रही संघर्ष

पुलिस जांच की सुस्त चाल के कारण हादसे के करीब एक सप्ताह बाद भी आरोपितों का सुराग नहीं लग सका है। वहीं, पिता की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों की तलाश में बेटी एडवोकेट सुकन्या भी जुट गई हैं। सुकन्या पूरी मार्केट के दुकानदारों से संपर्क कर फुटेज जुटा रही हैं। हालांकि इसमें उन्हें काफी परेशानी भी आ रही है। सुकन्या ने बताया कि पुलिस को फुटेज आसानी से उपलब्ध हो सकती हैं लेकिन उन्हें इसके लिए काफी संघर्ष करना पड़ रहा है।