दिल्ली की रामलीला: माता सीता के हरण से व्याकुल हुई राम की नगरी
Delhi Ramlila माता सीता का दुष्ट रावण साधु के वेश में छल से हरण करने से राम की नगरी व्याकुल हो गई। भक्त वेदना में प्रभु राम की गुहार लगाने लगे। भाई लक्ष्मण भी कहीं नजर नहीं आ रहे थे। स्वर्ण मृग का रावण ने ऐसा तिलस्म रचा था। साथ में राम की आवाज में मारीच के हे लक्ष्मण!
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। माता सीता का दुष्ट रावण साधु के वेश में छल से हरण करने से राम की नगरी व्याकुल हो गई। भक्त वेदना में प्रभु राम की गुहार लगाने लगे। भाई लक्ष्मण भी कहीं नजर नहीं आ रहे थे। स्वर्ण मृग का रावण ने ऐसा तिलस्म रचा था। साथ में राम की आवाज में मारीच के "हे लक्ष्मण!" पुकारने पर भाई के किसी कष्ट होने की आशंका पर लक्ष्मण कुटिया के बाहर लक्ष्मण रेखा खींचकर चले गए थे कि सीता के पास कोई नहीं था। जितनी असहाय माता सीता थी उतना ही रामलीला देख रहे भक्त भी खुद को महसूस कर रहे थे।
लवकुश रामलीला में पहुंचे विहिप के अध्यक्ष आलोक कुमार को गदा भेंट कर स्वागत करते लीला अध्यक्ष अर्जुन कुमार।
दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर मंचित हो रही रामलीलाओं में माता सीता के हरण के साथ ही अन्य प्रसंगों का भावपूर्ण मंचन किया गया। इस बीच, विहिप के अध्यक्ष आलोक कुमार लालकिला में रामलीला का अवलोकन करने तथा प्रभु राम का आर्शीवाद लेने पहुंचे।लाल किले के सामने लवकुश रामलीला में राम-सीता संवाद का दृश्य।
फिल्मी कलाकारों वाले लवकुश के मंच पर अभिनेता पारितोष त्रिपाठी, अभिनेत्री रेवती पिल्लई प्रभु श्री रामचन्द्र की वंदना कर आर्शीवाद लेते हैं। -लीला के अध्यक्ष अर्जुन कुमार के अनुसार