'बाबा साहेब के विचारों को अपनाएं, उनकी तस्वीरों को नहीं', दिल्ली के LG वीके सक्सेना ने अंबेडकर जयंती पर दी नसीहत
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने भी अंबेडकर जयंती पर संविधान निर्माता को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस बीच एलजी सक्सेना ने राजनेताओं के लिए एक संदेश भी दिया है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के संवैधानिक/लोकतांत्रिक नैतिकता के आदर्शों का उल्लेख हमारे संविधान के चैप्टर में नहीं किया गया है क्योंकि उनका मानना था कि ये सब हमारे दिल और दिमाग में स्थापित हैं।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। आज 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर की 133वीं जयंती मनाई जा रही है। उन्हें भारतीय संविधान का जनक भी कहा जाता है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को अंडेबकर जयंती पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। वहीं दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने भी अंबेडकर जयंती पर संविधान निर्माता को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इस बीच एलजी सक्सेना ने राजनेताओं के लिए एक संदेश भी दिया है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के संवैधानिक/लोकतांत्रिक नैतिकता के आदर्शों का उल्लेख हमारे संविधान के चैप्टर में नहीं किया गया है, क्योंकि उनका मानना था कि ये सब हमारे दिल और दिमाग में स्थापित हैं। वे विशेष रूप से वंशवादी राजनीति और सत्ता के प्रति नेताओं के अटूट लगाव के खिलाफ थे।
भारत-रत्न डा. भीमराव अंबेडकर जी की जन्म जयंती पर उनको कोटिशः नमन। pic.twitter.com/l1TnvjUD60
— LG Delhi (@LtGovDelhi) April 14, 2024
आज नेता अपने मूल्यों का त्याग कर रहे: एलजी सक्सेना
उन्होंने कहा कि उनकी वैराग्य की भावना सत्ता के प्रति असैद्धांतिक लगाव के खिलाफ थी। अफसोस यह है कि आज हम जो देख रहे हैं, वह यह कि नेता किसी भी कीमत पर सत्ता की स्थिति तक बने रहने के लिए मूल्यों का त्याग कर रहे हैं। आइये उनके विचारों को शिरोधार्य करें, सिर्फ तस्वीर को नहीं।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।